“कल सुबह किसी भी हाल में जल्दी उठना है। ” ऐसा कहते कहते ना जाने आपने कितने दिन गुज़ार दिए होंगे लेकिन सुबह का उगता हुआ सूरज नहीं देख पाए होंगे। अब जहाँ ‘snooze’ बटन दबाना उतना ही आसान हो जितना अलार्म सेट करना तो भई कुछ देर और सोना तो बनता है। हैं ना? पर आप बिलकुल भी परेशान ना हो क्योंकि यह तो आप भी जानते हैं यदि कोई व्यक्ति एक नई आदत डालना चाहता है या अपनी पुरानी कोई आदत बदलना चाहता है तो चुटकी बजाकर कोई भी आदत परिवर्तित नहीं होती है। हर तरह के बदलाव में समय तो लगता ही है। बात यह है कि यदि ये आपको कोई समझा दे कि इस बदलाव को अपने जीवन में आसानी से कैसे लाया जाये तो यह बदलाव आप बिना किसी परेशानी के अपने जीवन में ला सकते हैं। जो लोग सुबह जल्दी नहीं उठ पाते, वे अगर आगे बताई गयी बातों को अपने जीवन में अपना लेंगे तो वे सुबह जल्दी उठने में निःसंदेह सफ़ल होंगे।
एक बात ध्यान ज़रूर रखें कि एक ही दिन में ‘night owl’ से ‘early riser’ बनने की जल्दी मत कीजिएगा। जल्दी उठने की आदत डालने को अगर एक ‘pressure’ समझेंगे तो तनाव महसूस करेंगे। धीरे धीरे अपनी आदत बदलें, सुबह आसानी से जल्दी उठ पाएंगे। जिस तरह एक गिलास में उतना ही पानी भर सकते हैं जितनी उसमे जगह हो उसी प्रकार इस शरीर पर भी उतना ही pressure डालिये जितना ज़रूरी हो क्योंकि जिस तरह गिलास में उसकी जगह से ज़्यादा पानी भरने से पानी गिलास से बाहर गिर जाता है उसी तरह शरीर पर भी ज़रुरत से ज़्यादा pressure डालने पर सिर्फ नुक्सान ही होता है। इसीलिए आइये धीरे धीरे नीचे दी गयी आदतों को अपनाते हैं।
सुबह जल्दी उठने के लिए सही समय पर सोना शुरू करें
समय पर ना उठने का सबसे बड़ा कारण है सही समय पर ना सोना। जब आप सही समय पर सोएंगे नहीं तो सही समय पर उठ कैसे पाएंगे । इसीलिए सबसे पहले तो आप सही समय पर सोना शुरू करें। आज कल ऐसे लोग बहुत कम मिलते हैं जो देर रात तक फ़ोन, लैपटॉप या टीवी ना चलाते हों। अब अगर समय से सो गए तो अपना पसंदीदा सीरियल कैसे देख पाएंगे। इसी लालच में हम समय से सोते नहीं है और सबसे बड़ी बात तो यह है कि देर रात तक अँधेरे में फ़ोन या लैपटॉप चलाने के कारण हमारी आँखों पर इनसे निकलने वाली ब्लूलाइट पड़ती है जो हमारी आँखों को बहुत नुक्सान देती है, साथ ही हम अच्छी नींद भी नहीं सो पाते तो ये बहुत ज़रूरी है कि आप सोने से कम से कम आधा घंटा पहले अपना फ़ोन, लैपटॉप या टीवी बंद कर दें और धीरे धीरे इस समय को बढ़ाते चलिए।
सुबह उठने की आदत डालने में जल्दबाज़ी ना करें
खरगोश और कछुए वाली कहानी तो आप सबने बचपन में सुनी ही होगी और ये सीख भी पाई होगी कि जल्दबाज़ी करने से कुछ हासिल नहीं होता। सुबह जल्दी उठने की आदत डालने में भी जल्दबाज़ी बिल्कुल ना करें क्योंकि आपकी देर से उठने की आदत कई सालों से है जो एक दिन में बदली नहीं जा सकती तो आप जिस भी समय उठते हैं उस से आधे घंटे पहले का अलार्म लगाएंऔर उठें। 10 दिन ऐसा ही करें फिर इस समयावधि को बढ़ाकर 1 घंटा कर दें। 10 दिन तक इसी समय पर उठें और धीरे धीरे आप महसूस करेंगे वो दिन दूर नहीं जब सूरज उदय होने से पहले आप उठ जाएंगे और सूरज को उदय होते हुए देख पाएंगे।
Snooze से रहें दूर
अलार्म तो आप अपने फ़ोन या घड़ी में लगा ही लेंगे लेकिन उस अलार्म का फ़ायदा ही क्या जिसे ‘snooze’ कर दिया जाये। अलार्म सेट कर समय से ना उठ पाने का कारण है उस snooze बटन से प्रेम। यदि जल्दी उठना ही है तो फ़टाफ़ट से इस snooze बटन से तोड़ डालें अपना रिश्ता। क्या ऐसा कर पाना मुश्किल है? तो फिर एक काम करें, अपने अलार्म क्लॉक या फ़ोन को दूरी पर रखें। ऐसा इसलिए कि जब अलार्म बजे और आपका हाथ snooze बटन की तरफ जाने लागे तो आप वहां तक पहुंच ही ना पाएं। अब तो आपको उठकर उसके पास जाकर उसे बंद करना ही पड़ेगा। अब जब आप उठ ही जाएंगे तो फिर वापिस से बिस्तर पर जाने का तो सवाल ही नहीं उठना चाहिए।
सुबह सूरज की किरणें हैं ज़रूरी
अपने कमरे के पर्दों को बंद करके सोने का मज़ा ही कुछ और है। सुबह जब सूर्योदय होता है तो सोने वाले को कुछ पता ही नहीं लगता क्योंकि कमरे के बंद पर्दे से सूरज की रौशनी कमरे पर पड़ती ही कहाँ है और कभी यदि गलती से पर्दा हल्का सा भी खुला रह जाए और ये रौशनी आपके चेहरे पर पड़ जाए तो आप एकदम से irritate होकर बिना कोई अलार्म सेट किये कूदकर पर्दा लगाकर वापिस सो जाते हैं।
सूरज की इन किरणों को अपना दोस्त बना लें। सोने से पहले कमरे के पर्दों को हल्का सा खुला रहने दें ताकि सुबह सूरज की किरणें कमरें के भीतर आये। इससे आपकी नींद भी खुलेगी और अब जब आप बिस्तर से पर्दे बंद करने के लिए उठ ही गए हैं तो क्यों ना बाहर जाकर उगता हुआ सूरज ही देख लीजिये।
सुबह जल्दी उठने के लिए कोई भी अच्छी वजह ढूंढिए
याद है कैसे परीक्षा के समय में या जब कहीं सुबह सुबह जल्दी निकलना हो तो आप जल्दी उठ जाया करते हैं क्योंकि आप ये जानते हैं कि यदि सुबह जल्दी ना उठे तो परीक्षा के लिए पढ़ नहीं पाएंगे या फिर आपकी ट्रेन या बस छूट जाएगी। इसी तरह सुबह जल्दी उठने के बहाने ढूंढें। जैसे अगर आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो रात देर तक जागने से अच्छा है कि आप सुबह पढ़ाई करें, यदि आप कोई नौकरी करते हैं और आपको उससे सम्बंधित कोई काम करना है तो आप वो काम रात की बजाय सुबह करें। जब आपके पास सुबह उठने के लिए ऐसी कुछ वजह होंगी तो आप सुबह जल्दी उठ पाएंगे।
सुबह जल्दी उठने पर स्वयं को पारितोषिक दीजिये
हर कोई व्यक्ति अच्छा काम करने पर पारितोषिक मिलने की कामना करता है और जब उसे उसके अच्छे काम के लिए पारितोषिक मिलता है तो ख़ुशी के साथ साथ उसे निरंतर बढ़िया कार्य करते रहने की प्रेरणा और हौसला दोनों ही मिलते हैं। इसी तरह जल्दी उठने की शुरुआत करें। शुरू के 1 हफ्ते तय किये हुए समय पर उठें और जब आप सफलतापूर्वक ऐसा कर पाएं तो खुद को पारितोषिक दें। जैसे आप उस दिन एक बढ़िया फिल्म देखने जा सकते हैं या अपनी पसंद का खाना आर्डर कर सकते हैं और वहीं यदि आप समय से उठने में सफ़ल नहीं रह पाते तो एक हल्का फुल्का सा दंड देना भी बनता है।
देर किस बात की है। अपनाइये ऊपर दी गयी इन बातों को और देखिये कैसे आप बहुत जल्द सुबह जल्दी उठ पाएंगे वो भी बिना अलार्म की ज़रुरत के। वो दिन दूर नहीं जब आप ‘snoozer’ से ‘early riser’ बन जाएंगे।
सुबह जल्दी उठने के बाद नींद आने के कारण
अगर आपको सुबह उठने के बाद फिर से नींद आ रही है तो इसके कई कारण हो सकते है जैसे :
1 | रात को देर से सोना, नींद पूरी ना होना। |
2 | आपके लाइफस्टाइल में फिजिकल एक्टिविटी ना होना। |
3 | शारीरिक परिश्रम ना करना। |
4 | समय पर भोजन ना करना। |
5 | समय बदल-बदल कर सोना, एक समय पर ना सोना। |
6 | दिन में सोना। |
7 | पौष्टिक भोजन ना करना, जंक फ़ूड का ज्यादा सेवन करना। |
8 | शारीर का आलस्य से भरे रहना। |
9 | आरामदायक गद्दा और तकिया ना होना। |
10 | कैफीन, अल्कोहोल और चॉकलेट का ज्यादा सेवन करना। |
सुबह जल्दी उठकर क्या करें?
सुबह जल्दी उठकर आप बहुत कुछ कर सकते हैं जैसे:
- सुबह उठकर आप योग कर सकते हैं।
- सुबह उठकर आप साधना कर सकते हैं।
- सुबह खाली पेट आप रस्सीकूद कर सकते हैं इससे शरीर स्वस्थ रहता है।
- सुबह उठकर आप टहलने के लिए जा सकते हैं।
- सुबह उठकर अखबार पढ़ने की आदत डालें।
- आप सुबह उठकर एक अच्छी सी किताब भी पढ़ सकते हैं।
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FAQ’s
Q. सुबह कितने बजे उठना चाहिए?
Ans: सुबह 4 बजे से 6 बीच उठने की आदत डालनी चाहिए।
Q. सुबह जल्दी उठने का क्या कोई नुक्सान है ?
Ans: जी नहीं। सुबह उठने के सिर्फ फायदे हैं। आपकी सेहत, मन और मस्तिष्क सब ठीक रहते हैं।
Q. सुबह जल्दी उठकर क्या करना चाहिए?
Ans: सुबह जल्दी उठकर पानी पीना चाहिए, मैडिटेशन करनी चाहिए और एक्सरसाइज करनी चाहिए।
Q. क्या सुबह उगते हुए सूरज की रौशनीअच्छी होती है?
Ans: सुबह उगते हुए सूरज की किरणें व्यक्ति की सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है।
Q. सुबह उठकर क्या काम नहीं करना चाहिए?
Ans: सुबह उठकर किसी भी तरह की नकारात्मक खबर पढ़ना और फ़ोन, लैपटॉप या टीवी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
VERY GOOD ADVISES.
Thank You