जब भी आप टीवी में कोई चैनल देखते हैं और उसमे खाने की ऐसी चीज़ें दिखाई जाती हैं जिन्हे देखकर आपके मुँह में पानी आ जाए तो आप खुद को रोक नहीं पाते होंगे। चाहे वो चीज़ से भरा हुआ पिज़्ज़ा हो या करारी सी पैटी वाला बर्गर, मुँह में पानी तो सभी के आता है। शायद ये पढ़ते हुए भी आपके मुँह में पानी और चेहरे पर एक मुस्कान आई हो।
आखिर क्यों लिया यूनाइटेड किंगडम ने जंक फ़ूड के ऐड बैन करने का निर्णय ?
बड़े और व्यस्क लोग तो ये समझते हैं कि जंक फ़ूड उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक है और ये समझकर वे अपने आप को जंक फ़ूड खाने से रोक लेते हैं लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि बच्चे जब टीवी पर बढ़िया से दिखने वाले खाने का ऐड देखते हैं तो वे कैसे खुद को जंक फ़ूड से दूर रख पाएंगे। क्या उनमे इतनी समझ है कि किस तरह का खाना पौष्टिक है और कैसा खाना नुकसानदायक?
जवाब है नहीं। आपने तो देखा ही होगा यदि किसी बच्चे को टीवी में दिखाई जाने वाली खाने की कोई चीज़ पसंद आ जाए तो बच्चों को वो ना खाने से रोकना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। चाहे रात के 11 ही क्यों ना बज रहे हों उनकी ज़िद्द पूरी करनी ही पड़ती है।
इस बात का ख्याल रखते हुए यूनाइटेड किंगडम एक समाधान लेकर आया है। समाचार रिपोर्ट के अनुसार यूनाइटेड किंगडम ने टीवी में रात के 9 बजे से पहले तक कोई भी जंक फ़ूड का ऐड दिखाने पर बैन लगाने का निर्णय लिया है। ऐसे ऐड रात के 9 बजे के बाद ही दिखाए जा सकेंगे क्योंकि रात के 9 बजे तक ज़्यादातर बच्चे सो जाते हैं।
जंक फ़ूड क्या होता है ?
किसी भी प्रकार का खाना जिसमे चीनी, नमक या फैट की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है जैसे चॉक्लेट्स, कोल्ड ड्रिंक्स, केक, आइस क्रीम्स, पिज़्ज़ा, बर्गर आदि। आज हम सब भी जंक फ़ूड का काफ़ी सेवन करने लगे हैं जिस वजह से बहुत सी बीमारियां भी बढ़ रही हैं। कई बार तो आप अपनी कोई समस्या जब डॉक्टर को बताते हैं, खासतौर पर अगर वो पेट की समस्या हो तो डॉक्टर सबसे पहले यही कहते है ‘जंक फ़ूड खाना बंद कर दें। “
क्या यह एक अच्छा निर्णय है ?
यूनाइटेड किंगडम द्वारा लिया गया ये निर्णय ओबेसिटी यानी मोटापे से बचने के लिए एक बहुत अच्छा निर्णय है क्योंकि ऐसा करने से ना तो बच्चे इस तरह के ऐड देख पाएंगे और ना ही जंक फ़ूड खाने की ज़िद्द करेंगे। समाचार के अनुसार एक स्टडी में यह पाया गया कि आजकल बच्चे घर के बने हुए खाने से ज़्यादा जंक फ़ूड खाना पसंद करते हैं।
आजकल पांच, छः साल के या उनसे भी कम उम्र के बच्चों को जंक फ़ूड बहुत पसंद होने का या जंक फ़ूड खाने की आदत होने के पीछे कारण है ऑडियंस स्पेसिफिक ऐड प्लेसमेंट यानी कुछ विशिष्ट दर्शकों के लिए ऐड दिखाना। इसका अर्थ यह है कि एक ऐड इस तरह से चलाया जाता है कि वो उन दर्शकों तक पहुंच जाए जो उस ऐड में दिखाई गयी चीज़ें इस्तेमाल करने के इच्छुक हों। उधारणतः : बच्चों को आइस क्रीम बहुत पसंद होती है तो आइस क्रीम की कंपनी आइस क्रीम के ऐड उन शोज़ के बीच में दिखाएगी जो बच्चों द्वारा देखे जाते हैं।
समाचार के अनुसार University of Connecticut (यूनिवर्सिटी ऑफ़ कनेक्टिकट) के अनुसार खाने, तरल पेय और रेस्टोरेंट की कंपनियां अमेरिका में हर साल खाने के ऐड्स में करीब 14 बिलियन डॉलर्स खर्चती हैं। इनमे से 80% से ज़्यादा ऐड्स कैंडीज, फ़ास्ट फ़ूड, मीठे पेय जैसी चीज़ों के बारे में होते हैं। यूनाइटेड किंगडम में हुई स्टडी से यह पता लगा कि 2019 में यूनाइटेड किंगडम में जंक फ़ूड के करीब 18 बिलियन ऐड्स थे।
World Health Organisation यानी विश्व स्वास्थय संगठन के अनुसार 2016 में 5 से 19 साल के बीच के करीब 340 मिलियन बच्चे और किशोर obesity यानी मोटापे के शिकार थे। 2020 में भारत ने भी सभी स्कूलों की कैंटीनों में, मेस में और स्कूलों के 50 मीटर दूर तक जंक फ़ूड की सेल, ऐड या प्रमोशन को बैन किया ।
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FAQ’s
Q.यूनाइटेड किंगडम ने कौन से ऐड बैन करने का निर्णय लिया है ?
Ans.यूनाइटेड किंगडम ने जंक फ़ूड के ऐड बन करने का निर्णय लिया है।
Q.जंक फ़ूड क्या है ?
Ans. चॉकलेट्स, चिप्स, तला हुआ खाना, पिज़्ज़ा आदि को जंक फ़ूड कहते हैं।
Q.क्या जंक फ़ूड खाने से नुकसान होता है ?
Ans.जंक फ़ूड का रोज़ या ज़्यादा सेवन करने से मोटापा बढ़ता है और साथ ही कई बीमारियां भी होती हैं। हर रोज़ जंक फ़ूड खाने से बचें।