14 अगस्त विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस | Partition Horrors Remembrance Day in Hindi

14 अगस्त 1947, यह वह काला दिन था जिस दिन भारत का एक अभिन्न अंग विभाजित हो के पाकिस्तान मुस्लिम राष्ट्र के रूप में सामने आया, उस समय भारत में ब्रिटिश शाशन था और इस एक कदम ने भारत के लोगों के बीच एक गहरा संकट पैदा कर दिया अब भारत के प्रधानमंत्री ने इस दिन को विभाजन विभीषिका दिवस मनाने का फैसला लिया है।

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14 अगस्त को विभाजन के बाद हुए थे दंगे (Violence After India Pakistan Partition)

बटवारा होने से पहले हिन्दू और मुसलमान दोनों साथ में बड़ी हसी ख़ुशी से रहते थे परन्तु 14 अगस्त 1947 को जब यह फैसला हुआ की भारत का एक टुकड़ा अलग होकर पाकिस्तान बन ने जा रहा है जो की पूरी तरह से मुस्लिम राष्ट्र होगा तो मानो हर एक की ज़िन्दगी में तूफ़ान सा आ गया क्या हिन्दू क्या मुस्लमान।

लाखों लोग अपने घर से बेघर हो गए, लाखों लोग हिन्दू मुस्लिम दंगों में मारे गए इसमें हित किसी का भी न हुआ बस लोगों ने अपने घर ओर जान गँवाई, लाखों हिन्दू जो की उस हिस्से में रह रहे थे जो बटवारे के समय पाकिस्तान में आ रहा था उन्हें रातो रात अपना घर, धन, व्यापर, अपने मुस्लिम भाई-बहनों को छोड़ के भारत की तरफ आना पड़ा।

विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आ रही हर रेल गाडी में आ रही थी लाशें

ज़रा एक बार सोच के देखिये क्या मंजर रहा होगा जब लाखों लोग एक साथ बेघर हो रहे थे और साथ ही साथ दंगे भी भड़क उठे लाखो लोग उसमे अपनी जान गँवा रहे थे पाकिस्तान और भारत के बीच चलने वाली रेल गाड़ियों में हिंसा हो रहे थी लोगों को लुटा जा रहा था, मारा जा रहा था, हिंसा इस हद तक हो रही थी की पाकिस्तान से भारत की ओर चलने वाली हर एक रेल गाडी में मानो लाशें हे भारत तक पहुच रहीं थी।

जिन लोगों ने इस दृश्य को अपनी आँखों से देखा वे सभी लोग आज भी जा उस समय को याद करते हैं तो उनकी आँखे नाम हो जाती हैं, बहुत ही भयानक दृश्य रहा होगा।

14 अगस्त 2021 को लिया गया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला (Decision of Celebrating 14th August as Partition Horrors Remembrance Day)

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्वा में यह फैसला लिया गया है की अब हर 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जाएगा, यह भारत के प्रधान मंत्री द्वारा लिया गया बहुत ही अहम और अच्छा फैलसा है इस फैसले का हर कोई स्वागत कर रहा है।

क्यूँ लिया गया 14 अगस्त 2021 को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला (Why Indian Government Took Decision To Celebrate 14th August as Partition Horrors Remembrance Day )

भारत में रह रहे ऐसे कई लोग हैं जो 14 अगस्त 1947 के वह काले दिन को आज भी नहीं भूल पाए है उनके उस समय  मिले घाव आज भी हरे हैं खासकर जब इस फैसले के बाद जब दंगा भड़का और बहुत लोगों ने अपने करीबियों को खोया, अपना घर खोया, अपना जमा जमाया व्यापार खोया वह मंजर आज भी लोगों आँखों ताज़ा सा है।

भारत का विभाजन कोई शांतिपूर्ण तरीके से नहीं हुआ था इसलिए लोग की भावनाओ का सम्मान करते हुए प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा अबसे हर 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है।

पाकिस्तान हर 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाता है
1947 के बाद से ही पाकिस्तान हर 14 अगस्त को स्वतंत्र दिवस के रूप में मनाता आया है वहीँ भारत अब उस काले दिन दिन को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनायेगा।

भारत पाकिस्तान से जुड़े कुछ अहम जानकारी 

1.भारत-पाकिस्तान बटवारा14 अगस्त1947
2.भारत पाकिस्तान युद्ध कितनी बार हुआ?भारत पाकिस्तान के बीच 4 युद्ध हुए
3.भारत-पाकिस्तान बटवारे के पीछे किस का हाथ थाभारत-पाकिस्तान बटवारे के पीछे जिन्ना का हाथ था

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FAQ’s

Q. भारत का पहला युद्ध कब हुआ था?

Ans: 1947 से 1948 के बीच भारत का पहला युद्ध पाकिस्तान से हुआ था।

Q. कारगिल युद्ध के समय पाकिस्तान में किसकी सरकार थी?

Ans: कारगिल युद्ध के समय पाकिस्तान में नवाज़ शरीफ की सरकार थी और परवेज़ मुशर्रफ़ पाकिस्तान आर्मी के प्रमुख थे।

Q. 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला कब लिया गया

Ans: 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला 14 अगस्त 2021 को लिया गया।

Q. विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला किसके द्वारा लिया गया

Ans: विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा लिया गया।

Q. 1948 में पाकिस्तान ने कश्मीर के कितने वर्ग किमी भू भाग पर कब्जा कर लिया था?

Ans: 13,297 वर्ग किलोमीटर, यह इलाका अब पाक अधिकृत कश्मीर कहलाता है।

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