रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India) ने 14 जुलाई को यह निर्णय लिया है कि अब नए मास्टर कार्ड जारी नहीं किये जाएंगे। ये सुनते ही कई मास्टरकार्ड इस्तेमाल करने वाले ग्राहक बहुत परेशान हो गए हैं लेकिन घबराइए नहीं यदि आप पहले से ही मास्टरकार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप उसका इस्तेमाल जारी रख सकते हैं। यह प्रतिबन्ध सिर्फ नए मास्टर कार्ड जारी करने पर लगाया गया है।
मास्टरकार्ड का भारत में बहुत ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है और इस प्रतिबन्ध के बाद मास्टरकार्ड को बहुत नुकसान हो सकता है। आरबीएल बैंक को इस प्रतिबन्ध से काफी नुकसान पहुंचेगा क्योंकि यह बैंक केवल मास्टरकार्ड नेटवर्क पर क्रेडिट कार्ड जारी करता है।
भारत में अधिकतर बैंक चार तरह के डेबिट और क्रेडिट कार्ड जारी करते है – वीज़ा(Visa), मास्टरकार्ड(Mastercard), मैस्ट्रो(Maestro)( जो मास्टरकार्ड एंटरप्राइज का एक हिस्सा है ) और रुपे(RuPay)। इन सभी में सिर्फ रुपे भारत आधारित है जो 2012 में लांच की गयी थी।
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने मास्टर कार्ड को जारी करने पर प्रतिबन्ध क्यों लगाया ?
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के अनुसार नए मास्टर कार्ड जारी करने पर प्रतिबन्ध लगाने का कारण यह है कि मास्टर कार्ड डाटा स्टोरेज कानून का उल्लंघन करता है। मास्टरकार्ड द्वारा वैदेशिक कार्ड नेटवर्क नियमों का पालन नहीं किया गया। खासतौर पर भारत में मास्टरकार्ड द्वारा किये भुगतानों के डाटा स्टोरेज नियमों का उल्लंघन किया गया है। मास्टरकार्ड अपने ग्राहकों का डाटा भारत में स्टोर नहीं कर रहा था, जिस वजह से ये फैसला लिया गया ।
इस उल्लंघन के चलते रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया मास्टरकार्ड को 2018 से चेतावनी देता आ रह है लेकिन जब इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया गया तो रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया को मास्टरकार्ड पर प्रतिबन्ध लगाना पड़ेगा।
यह प्रतिबन्ध कब लागू किया जाएगा ?
यह प्रतिबन्ध 22 जुलाई से लागू किया जाएगा। इस प्रतिबंध के लागू होने के बाद मास्टरकार्ड अब नए डेबिट, क्रेडिट या प्रीपेड कार्ड्स जारी नहीं कर पाएगी।
क्या इस पाबन्दी का असर उन लोगों पर भी पड़ेगा जो पहले से मास्टर कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं ?
नहीं। रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के अनुसार यह प्रतिबन्ध सिर्फ नए मास्टरकार्ड जारी करने पर लगाया गया है। जो लोग मास्टरकार्ड का इस्तेमाल करते हैं, उन पर इस प्रतिबंध का कोई असर नहीं होगा। वे मास्टरकार्ड का इस्तेमाल जारी रख सकते हैं।
क्या इस प्रतिबंध से बैंकों पर भी असर होगा ?
कई बैंक जैसे एक्सिस बैंक, एच डी एफ सी बैंक, येस बैंक आदि का मास्टरकार्ड के साथ टाई अप है। अब वे मास्टरकार्ड जारी नहीं कर पाएंगे और इससे इन बैंकों को नुकसान होगा लेकिन अब इस प्रतिबंध के बाद इन बैंकों को दूसरी कंपनियों के साथ टाई अप करना होगा जैसे वीज़ा और रूपे जो इन कंपनियों के लिए फायदेमंद साबित होगा लेकिन नई कंपनियों के साथ टाई अप करने में बैंको को करीब 2 महीने का समय लग जाएगा जिस कारण नए कार्ड जारी करने में देरी होगी।
पहले भी लगाए गए हैं प्रतिबन्ध
मास्टरकार्ड जारी करने पर प्रतिबंध लगाने से पहले अमेरिकन एक्सप्रेस और डाईनर्स क्लब इंटरनेशनल पर भी इन सामान उल्लंघनों के कारण नए कार्ड जारी करने पर प्रतिबन्ध लगाया गया था। इन दोनों पर प्रतिबंध लगने के बाद कई ग्राहक रुपे कार्ड का प्रयोग करने लगे और रुपे को काफी लाभ हुआ। विशेषज्ञों का यह मानना है कि मास्टरकार्ड पर प्रतिबंध लगने के बाद भी कुछ ऐसा ही होगा। फिलहाल भारत में जितने भी कार्ड भुगतान होते हैं, उनमे 33 % भुगतान मास्टरकार्ड द्वारा किये जाते हैं।
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FAQ’s
Q. मास्टरकार्ड किस देश की कंपनी है ?
Ans: मास्टरकार्ड अमेरिका की कंपनी है।
Q. रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया कहा स्थित है ?
Ans: रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया मुंबई में स्थित है।
Q. क्या भारत में मास्टर कार्ड पर बैन लगा दिया गया है ?
Ans: भारत में 22 जुलाई से नए मास्टर कार्ड जारी करने पर बैन लगा दिया गया है।
Q. मास्टर कार्ड को किसने बैन किया है ?
Ans: रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने मास्टर कार्ड पर बैन लगाया है।
Q. भारत में मास्टर कार्ड बैन करने का निर्णय कब लिया गया ?
Ans: भारत में मास्टर कार्ड बैन करने का निर्णय 14 जुलाई को लिया गया।