नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस 2022 या मंडेला दिवस कब और क्यों मनाया जाता है | Nelson Mandela International Day in Hindi

नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस या मंडेला दिवस वार्षिक अन्तर्राष्ट्रीय दिवस है जो हर साल 18  जुलाई को नेल्सन मंडेला जी के जन्मदिन पर उनके सम्मान में मनाया जाता है। इस दिवस को हर साल मनाने की घोषणा 2009  में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गयी थीऔर पहला संयुक्त राष्ट्र मंडेला दिवस 18 July 2010 को मनाया गया था।  हालांकि दूसरे समूहों ने यह दिवस 18  जुलाई 2009  को मनाना शुरू किया।

यह दिवस नेल्सन मंडेला द्वारा दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद एवं भेदभावपूर्ण प्रणाली को समाप्त करने में उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण मनाया जाता है। 27 April 2009  को  मंडेला दिवस को शासकीय तौर पर मनाने के लिए 46664 कंसर्ट्स और नेल्सन मंडेला फाउंडेशन ने मिलकर वैश्विक समुदाय का समर्थन माँगा। मंडेला दिवस एक सार्वजनिक अवकाश नहीं बल्कि एक ऐसा दिवस है जो दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला जी के द्वारा अपनाये गए मूल्यों के सम्मान में, स्वयं सेवा और सामुदायिक सेवा करके  मनाया जाता है। नेल्सन मंडेला को रंगभेद के विरुद्ध लड़ाई लड़नेवाले विश्व नेता के रूप में  जाना जाता है।

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मंडेला डे, मंडेला दिवस का सन्देश क्या है ?

मॉडेला दिवस का सन्देश है:

“नेल्सन मंडेला जी ने सामाजिक न्याय के लिए 67  वर्षों तक लड़ाई की।  हम आपसे बस ये कह रहे हैं कि आप 67  मिनटों से शुरुआत करें।“

नेल्सन मंडेला जी की बाल्यावस्था

नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला, जिन्हे प्यार से मदीबा बुलाया जाता है, का जन्म  म्वेज़ो, ईस्टर्न केप, दक्षिण अफ़्रीका में मदीबा वंश  में 18 जुलाई 1918 में हुआ। नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला की माँ का नाम  नोंकाफी नोसैकेनि  (Nonqaphi Nosikeni) और पिता का नाम  गदला हेनरी मफाकन्यीसवा  (Gadla Henry Mphakanyiswa ) था। वर्ष 1930  में जब नेल्सन मंडेला 12  साल के थे , उनके पिता की मृत्यु हो गयी। नेल्सन मंडेला का हमेशा से यह सपना था कि वे अपने लोगों की स्वंतत्रता की लड़ाई में उनका साथ दें।

रोलिहलाहला मंडेला का नाम नेलसन मंडेला कैसे रखा गया ?

नेल्सन मंडेला क़ुनू  Qunu में स्थित एक प्राथमिक स्कूल में पढ़ते थे जहाँ  उनकी एक अध्यापिका  ने उन्हें नेल्सन नाम दिया क्यूंकि वहां के प्रचलन के अनुसार स्कूल के सभी बच्चों को क्रिस्चियन यानी ईसाई नाम दिए जाते थे।  

नेल्सन मंडेला जी द्वारा प्राप्त की गयी शिक्षा

प्राथमिक स्कूल में पढाई खत्म करने के बाद मंडेला हेल्ड टाउन (Healdtown ) गए जहां वेसलियन माध्यमिक स्कूल (Wesleyan Secondary School ) से उन्होंने मैट्रिक पास किया।  नेल्सन मंडेला जी ने  यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ फोर्ट हैर (University College of Fort Hare )  में कला स्नातक डिग्री की पढाई शुरू की पर उनकी यह डिग्री पूरी ना हो सकी क्योंकि छात्र विरोध में भाग लेने के कारण उन्हें कॉलेज से निकाल दिया गया था।

उन्होंने दक्षिण अफ्रीकन विश्वविद्यालय से अपनी बी.ए (B.A) की डिग्री प्राप्त की और 1943 में अपनी स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने के लिए वे वापिस फोर्ट हैर चले गए। मंडेला जी 1944  में  African National Congress यानी अफ्रीकन राष्ट्रीय कांग्रेस का हिस्सा बने और  ANC Youth League (ANCYL) बनाई। 1989 में कारावास के आखिरी महीनो में उन्होंने साउथ अफ्रीका विश्वविद्यालय से एल.एल.बी( B.A. LLB) की डिग्री प्राप्त  की।

नेल्सन मंडेला का पहला विवाह

1944  में नेल्सन मंडेला ने एवेलिन मेस (Evelyn Mase) से विवाह किया।  उनके दो बेटे और दो बेटियां हुई।  उनकी दो बेटियों में से पहली बेटी की बचपन में ही मृत्यु हो गयी थी। 1958  में मंडेला और उनकी पत्नी का तलाक़ हो गया था। 

नेल्सन मंडेला को हुआ कारावास

1952 में मंडेला को अवज्ञा अभियान के राष्ट्रीय स्वयंसेवी प्रमुख  Volunteer-in-Chief of the Defiance Campaign के रूप में चुना गया और फिर राष्टीय उपाध्यक्ष चुने गए ।  यह अभियान ANC और दक्षिण अफ्रीकन भारतीय कांग्रेस South African Indian congress  के बीच 6  अन्यायपूर्ण कानूनों के विरोध में  शुरू किया गया एक संयुक्त प्रोग्राम था। इस अभियान का हिस्सा होने के कारण मंडेला को 11 अन्य लोगों के साथ नौ महीने का कारावास हुआ ।  

राजद्रोह के आरोप में हुआ ट्रायल (Treason)  

नेल्सन मंडेला ने रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई थी।  इसिलए उन्हें 5 December 1956 को राजद्रोह के आरोप में 155 अन्य कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ़्तार किया गया था और उनके खिलाफ ट्रायल चला। ट्रायल के दौरान 14 जून 1958 को  मंडेला ने समाज सेविका विनी मडिकिज़ेला से विवाह किया। उनकी दो बेटियां हुई।  वर्ष 1996 मंडेला विनी का तलाक हो गया। 1960 में ANC पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया था । 29  मार्च 1961  में नेल्सन मंडेला को अन्य अभियुक्तों के साथ रिहा कर दिया गया।

नेल्सन मंडेला का दक्षिण अफ्रीका छोड़ना

11 जनवरी 1962  को नेल्सन मंडेला  डेविड मोत्सामयी David Motsamayi   नाम का इस्तेमाल कर चुपके से दक्षिण अफ्रीका छोड़कर चले गए।  उन्होंने मोरक्को ओर इथियोपिया में मिलिट्री ट्रेनिंग ली और जुलाई 1962  में वापिस दक्षिण अफ्रीका लौट गए।  उन्हें 5 अगस्त को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। 

उन पर यह आरोप लगाया कि वे अनुमति के बिना देश छोड़कर गए और उन्होंने कर्मचारियों को हड़ताल करने के लिए उत्तेजित किया।  नेल्सन मंडेला को अपराधी घोषित कर उन्हें 5 साल का कारावास हुआ। बाद में पुलिस ने मंडेला के और भी कई साथियों को गिरफ्तार किया।

रिवोनिया ट्रायल (Rivonia Trial)

9 October 1963 को मंडेला के साथ 10 और लोगों का  तोड़-फोड़ करने के लिए ट्रायल किया गया जिसे रिवोनिआ ट्रायल (Rivonia  ट्रायल)कहा जाता है। उन्हें वर्ष  1964 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई और 1964 से वर्ष 1990 तक रंगभेद और अन्याय के खिलाफ लड़ाई के चलते अपने जीवन के 27 साल कारागार में व्यतीत करने पड़े। कारागार में उनसे कोयला खनिक का काम करवाया गया ।

1968  में मंडेला की माँ और 1969  में मंडेला  के ज्येष्ठ पुत्र थेम्बी की मृत्यु हुई।  मंडेला को उनकी माँ और बेटे के अंतिम संस्कार में जाने की अनुमति नहीं दी गयी।

नेल्सन मंडेला की रिहाई

12 August 1988 को नेल्सन मंडेला को, उनकी ख़राब तबियत के चलते एक हस्पताल में भर्ती किया गया, जहाँ  पता लगा की उन्हें ट्यूबरक्लोसिस था। 2  हस्पतालों  में तीन महीनों तक इलाज चलने के बाद  7 December 1988 को मंडेला को विक्टर वर्स्टर (Victor  Verster ) कारागार  ले जाया गया जहाँ मंडेला जी ने  कारावास की अवधि के आखिरी 14 महीने गुज़ारे।  

11 फरवरी 1990 को मंडेला जी को  रिहा कर दिया गया।  मंडेला जी को 1991  में उनके बीमार दोस्त ओलिवर तम्बो (Oliver  Tambo )के स्थान पर ए.एन.सी ANC) का प्रेजिडेंट चुना  गया।

नेल्सन मंडेला बने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति

1993  में मंडेला और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति  फ्रेडरिक विल्लेम डी क्लार्क (Frederik Willem de Klerk )  को एक साथ नोबेल शान्ति पुरस्कार से नवाज़ा गया और  27 अप्रैल 1994 को नेल्सन ने जीवन में पहली बार वोट दिया।10 मई 1994 को मंडेला दक्षिण अफ्रीका के पहले   लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए राष्ट्रपति बने।

अपने 80th जन्मदिन पर उन्होंने ग्रेस मेकल (Graça Machel) से विवाह किया।  1995  में मंडेला ने नेल्सन मंडेला चिल्ड्रन फण्ड (Nelson Mandela Children’s Fund ) और मंडेला रोड्स फाउंडेशन (Mandela Rhodes Foundation ) की  की शुरुआत की।   5 December 2013  को जोहानसबर्ग में स्थित उनके घर पर उनकी मृत्यु हुई। 

नेल्सन मंडेला फाउंडेशन

नेल्सन मंडेला फाउंडेशन नेल्सन मंडेला द्वारा वर्ष 1999  में स्थापित की गयी।  नेल्सन मंडेला फाउंडेशन के  संस्थापक सिद्धांत है :

1.नेल्सन मंडेला के लिए एक ऐसे सेंटर ऑफ़ मेमोरी का निर्माण , संस्थापना, सुरक्षा और संरक्षण जिसमे मंडेला जी के जीवन, कार्यों और लेखन का पुरालेख हो।
2.एक समान समाज के लिए अपना योगदान देने हेतु सामजिक समस्याओं, खास तौर पर पर मानव अधिकार और सवंत्रता सम्बन्धी समस्याओं पर बातचीत करना।
3.दार्शनिक गतिविधयों में भाग लेना, उन्हें बढ़ावा देना जिसमे मानव अधिकार और स्वंत्रता पर चर्चा भी शामिल है।
4.ट्रस्ट के उद्देश्य पूरा करने के लिए फंड्स एकत्रित करना।
5.समाज सेवी संस्थानों की मदद करना।

नेल्सन मंडेला फाउंडेशन का विज़न (vision)

नेल्सन मंडेला फाउंडेशन का विज़न है एक ऐसा समाज जो अपने इतिहास से सीख ले और जहाँ हर किसीकी आवाज़ को सुना जाए। 

नेल्सन मंडेला फाउंडेशन का उद्देश्य

नेल्सन मंडेला फाउंडेशन का उद्देश्य है गंभीर सामाजिक समस्याओं पर बात कर, मंडेला जी के जीवन के बारे में लोगो को जानकारी देकर एक समान समाज के लिए अपना  योगदान देना।  

मंडेला डे 2021 

इस साल कोरोना महामारी के चलते मंडेला फाउंडेशन का विश्वभर के लोगों से यह आग्रह है कि वे अपने समुदाय के एक सक्रीय नागरिक बने, अकेले या ऐसे  किसी समूह का हिस्सा बनकर, जो दूसरों के साथ मिलकर खाने के पार्सल बाँट रहे हैं, मास्क बना रहे हैं, ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं या इन सब कार्यों के लिए दान दे रहे हैं, काम करें ।

जैसा की आप सभी जानते हैं  कि यह समय एक बहुत ही कठिन समय है। कई लोग ऐसे है जो भरपूर भोजन नहीं खा पा रहे हैं या अपना इलाज तक नहीं करवा पा रहे हैं, ऐसे में यदि आप लोग ज़रूरतमंद व्यक्तियों की मदद करने में सक्षम है तो इस समय उन सब लोगो को आपकी ज़रुरत है। आगे आइये और ज़रूरतमंद लोगों की मदद कीजिये। 

नेल्सन मंडेला पुरस्कार (Nelson Mandela Prize)

2  अप्रैल 2015  को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने  69/269 रेसोलुशन के माध्यम से नेशंस नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला पुरस्कार की घोषणा  की। नेल्सन मंडेला पुरस्कार पहली बार वर्ष 2015  में दिया गया था और दूसरी बार 2020 में दिया गया। यह पुरस्कार  हर 5  सालों में एक बार दिया जाता है।

नेल्सन मंडेला नियम (Nelson Mandela Rules)

रेज़्योल्युशन  A/RES/70/175  के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हर वर्ष मनाये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय मंडेला दिवस के स्कोप या सीमा को बढाने का निर्णय लिया और यह निश्चित किया कि इस दिवस का उपयोग कारावास में मानवीय स्थितितों को बढ़ावा देने , समाज में कैदियों के बारे में जागरूकता फैलाने और कारागार में कार्य करने वाले कर्मियों के काम के महत्व को समझने के लिए किया जाएगा।  इस रेज़्योल्युशन के माध्यम से  United Nations Standard Minimum Rules for the Treatment of Prisoners को ना सिर्फ संशोधित किया गया बल्कि ये भी कहा गया कि नेल्सन मंडेला जी, जिन्होंने 27  साल कारागार में व्यतीत किये और जिन्हे वहां मुश्किलों का सामना करना पड़ा , उनके  सम्मान में  इन नियमों को नेल्सन मंडेला नियम कहा जाएगा। 

Nelson Mandela Peace Summit / नेल्सन मंडेला शांति शिखर सम्मेलन

22 December 2017 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रस्ताव 72/243 अपनाया गया और संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने एक उच्च स्तर की पूर्ण बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया, जिसे Nelson Mandela Peace summit /नेल्सन मंडेला शांति शिखर सम्मेलन का नाम दिया गया। यह शिखर सम्मलेन नेल्सन मंडेला जी के सम्मान में आयोजित किया गया और यह शिखर सम्मलेन वैश्विक शान्ति पर फोकस करता है।

Nelson Mandela Decade of Peace / नेल्सन मंडेला शान्ति शतक (2019 – 2028)


24 सितम्बर 2018 को विश्व नेता, Nelson Mandela Peace summit/नेल्सन मंडेला शांति शिखर सम्मेलन पर न्यू यॉर्क में स्थित संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में एकत्रित हुए। इस शिखर सम्मलेन में करीब 100 देशों के प्रमुख, मंत्री, सदस्य देश आदि ने नेल्सन मंडेला जी को श्रद्धांजलि देते हुए एक राजनीतिक डिक्लेरेशन अपनाया जो एक समान, शांतिपूर्ण, समृद्ध, समावेशी और निष्पक्ष विश्व के निर्माण की ओर प्रतिबद्ध है।
इस दिवस पर मंडेला जी को उनकी विनम्रता, क्षमाशीलता ओर दयालुता के भाव को सलाम किया गया।

मंडेला डे 2021 पर संयुक्त राष्ट्र का ट्वीट

मंडेला डे 2021 पर संयुक्त राष्ट्र ने मंडेला जी द्वारा कही गयी बात को ट्ववीट किया। उन्होंने कहा था “हमे यह बात कभी नहीं भूलनी चाहिए कि वातावरण को सुरक्षित रखना हमारा कर्त्वय है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा यह ट्वीट किया गया कि रविवार के इस मंडेला दिवस पर और हर एक दिन, आप इस विश्व को बेहतर बनाएं। जलवायु के लिए किया गया हर कार्य मायने रखता है। एक अच्छे भविष्य के लिए अभी से ही कार्य करना शुरू करें।

नेल्सन मंडेला जी द्वारा कही गयी कुछ बातें

1.एक विजेता सपने देखने वाला वो व्यक्ति है जो कभी हार नहीं मानता।
2.जब तक कोई काम पूरा नहीं हो जाता तब तक वो हमेशा असंभव सा लगता है।
3.मैं कभी हारता नहीं हूँ। मई या तो जीतता हूँ या सीखता हूँ।
4.आप किसी काम में तभी सफल हो सकते हैं जब आप उस पर गर्व करें।
5.साहसी लोग, शान्ति बनाये रखने के लिए, क्षमा करने से नहीं डरते।
6.शिक्षा सबसे शक्तिशाली शस्त्र है जिसे आप दुनिया बदलने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
7.एक व्यक्ति की अच्छाई उस लौ की तरह है जिसे छुपाया जा सकता है लेकिन बुझाया नहीं जा सकता।
8.मुझे मेरी सफलताओं से मत आंकिए बल्कि जितनी बार गिरा हूँ और गिरकर उठा हूँ, उस बल पर आंकिये।
9.मैं अपने भाग्य का मालिक हूँ और मैं ही अपनी आत्मा का मार्गदर्शक हूँ।
10.यदि आप ये तय कर लेते हैं कि मुझे इस मुसीबत से निकलना है तो ज़रूर निकल जाएंगे।

नेल्सन मंडेला जो को दिए गए कुछ पुरस्कारों की सूची

1.1993 में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति फ़्रेडरिक विलेम डी क्लार्क के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार
2.ऑर्डर ऑफ़ लेनिन
3.भारत रत्न
4.प्रेसीडेंट मैडल ऑफ़ फ़्रीडम
5.निशान-ए–पाकिस्तान
6.23 जुलाई 2008 को गाँधी शांति पुरस्कार

नेल्सन मंडेला जी द्वारा लिखी गयी कुछ किताबें

1.लॉन्ग वाक टू फ्रीडम
2.कन्वर्सेशन विद माइसेल्फ
3.द प्रिजन लेटर्स ऑफ़ नेल्सन मंडेला
4.नो इजी वाक टू फ्रीडम
5.द स्ट्रगल इस माय लाइफ

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नेल्सन मंडेला विकिपीडिया यहाँ क्लिक करके पढ़े

FAQ;s

Q. नेल्सन मंडेला जी का पूरा नाम क्या है?

Ans: नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला

Q. नेल्सन मंडेला जी का जन्म कहाँ हुआ था?

Ans: नेल्सन मंडेला जी का जन्म  म्वेज़ो, ईस्टर्न केप, दक्षिण अफ़्रीका में मदीबा वंश  में 18 जुलाई 1918 में हुआ।

Q. नेल्सन मंडेला जी की माँ का क्या नाम था?

Ans: नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला जी की माँ का नाम  नोंकाफी नोसैकेनि  (Nonqaphi Nosikeni) था।

Q. नेल्सन मंडेला जी की पिता का क्या नाम था?

Ans: नेल्सन मंडेला जी के पिता का नाम  गदला हेनरी मफाकन्यीसवा  (Gadla Henry Mphakanyiswa ) था।

Q. नेल्सन मंडेला जी को नोबेल पुरस्कार कब मिला?

Ans: सन 1993 में नेल्सन मंडेला जी को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाज़ा गया।

Q. नेल्सन मंडेला जी की मृत्यु कब हुई?

Ans: नेल्सन मंडेला जी की मृत्यु 5 दिसम्बर 2013 में हुई।

Q. नेल्सन मंडेला जी किस देश के राष्ट्रपति थे?

Ans: नेल्सन मंडेला जी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति थे।

Q. नेल्सन मंडेला जी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति कब बने?

Ans: 10 मई 1994 को नेल्सन मंडेला जी दक्षिण अफ्रीका के पहले   लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए राष्ट्रपति बने।

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