इन आसान तरीकों से किताबें पढ़ने की आदत डालें | Easy Ways To Start Reading A Book in Hindi

ये सच है कि जो व्यक्ति किताबों से दोस्ती कर लेता है, उसे इस बात का एहसास ज़रूर होता है कि किताबें एक व्यक्ति की बहुत अच्छी दोस्त बन सकती हैं। किताबें पढ़ने की आदत एक ऐसी आदत है जिसके सिर्फ और सिर्फ फ़ायदे ही हैं।  यदि आप भी किताबें पढ़ना चाहते हैं लेकिन समझ नहीं पा रहे हैं कि किताबें पढ़ना शुरू कैसे करें तो परेशान ना हों। ये बहुत ही बढ़िया बात है कि आपने किताबें पढ़ने के बारे में सोचा तो सही और हम सब हमेशा से सुनते आ रहे हैं ‘जहाँ चाह वहाँ राह’

 “अच्छे मित्र, अच्छी किताबें और साफ़ अन्तः करण, यही आदर्श जीवन है। ” – मार्क ट्वेन

शुरुआत तो आपने कर ही दी है किताबों की इस खूबसूरत सी दुनिया का हिस्सा बनने की और हम आपके इस सफ़र को आसान बनाने में आपका साथ ज़रूर देना चाहेंगे। 

चलिए जानते हैं किस तरह आप आसानी से किताबें पढ़ने की आदत डाल पाएंगे।

Table of Contents

अपने आप से यह सवाल कीजिये कि किताबें पढ़ना शुरू करना क्यों चाहते हैं।

यदि आप किताबें पढ़ना शुरू कर रहे हैं तो सबसे पहले खुद से यह सवाल पूछिए कि आप किताबें क्यों पढ़ना चाहते हैं। अपना शब्दकोष सुधारने के लिए, मनोरंजन के लिए, किसी विषय में ज्ञान बढ़ाने के लिए आदि। जब तक आप यह तय नहीं कर पाएंगे कि किताबें पढ़ना शुरू कर क्यों रहे हैं तो आप कोई भी किताब उठाकर पढ़ना शुरू करने की गलती कर सकते हैं और फिर किताब पढ़ते पढ़ते कुछ समय बाद आप उस किताब में रूचि खो देंगे। इसीलिए किताबें पढ़नी क्यों हैं इस बात का उत्तर यदि आपके पास है तो आप एक सही किताब का चयन कर पाएंगे और उसे पढ़ने में आपको बहुत आनंद आएगा।

किताबों का चुनाव

जो व्यक्ति निरंतर किताबें पढ़ते हैं, एक समय के बाद वे हर तरह की किताब आसानी से पढ़ और समझ लेते हैं  क्योंकि किताब पढ़ना उनकी आदत बन जाती है लेकिन यदि आप पढ़ने की शुरुआत ही कर रहे हैं तो कोई भी किताब उठाकर पढ़ने की गलती मत कीजियेगा। हो सकता है गलत किताब चुनने के कारण किताब पढ़ने की आदत डालने के बजाय आप किताबों में रूचि बनने से पहले ही खो दें इसीलिए सही किताबें चुने।  ऐसी किताब पढ़े जिसे पढ़ने में आपको मज़ा आये और आप आगे भी पढ़ते रहना चाहें।  उस किताब की कहानी आपको बांधकर रख पाए। सही किताब चुनने के लिए इन बातों को अपनाएं :

1ऐसी किताब पढ़े जिसे पढ़ने में आप रूचि रखते हों। 
2कोई भी किताब खरीदने से पहले उसका सारांश पढ़ लें जिससे आपको  किताब के बारे में आईडिया हो जाये।  इंटरनेट पर आप किसी भी किताब का सारांश पढ़ सकते हैं और यदि आपको किताब का सारांश पसंद आये तो आप वो किताब खरीद सकते हैं।
3यदि ऐसी कोई किताब है जो आप हमेशा से पढ़ना चाहते थे पर कभी पढ़ नहीं पाए तो आप वो किताब भी पढ़ सकते हैं ।
4ध्यान रखें किताब ऐसी पढ़े जिसमे सरल भाषा का प्रयोग किया गया हो क्योंकि कई किताबों में कठिन शब्दों का प्रयोग होता है जो शुरुआत करने के लिए पढ़ना सही नहीं है।
5यदि आपके कोई ऐसे दोस्त हैं जो किताबें पढ़ते हों तो आप उनसे  suggestions ले सकते  हैं। वे आपको आपकी शुरुआत के हिसाब से अच्छी किताबें  suggest कर सकते हैं।

किताबों की एक सूची तैयार करें

जब आप ये जान जाएं किस तरह की किताबें पढ़ना चाहते हैं तो उन किताबों की एक सूची तैयार कर लीजिये।  जब आपके पास किताबों की एक सूची पहले से ही बनी होगी तो आपको बाद में इस कश्मकश में समय नहीं व्यर्थ करना पड़ेगा कि कौन सी किताब पढ़ें। आप एक एक कर सारी किताबें पढ़ पाएंगे और जब आप सारी किताबें पढ़ लेंगे तो आपको ख़ुशी होगी कि आप इतनी सारी किताबे पढ़ पाए।

ज़्यादा लंबी किताबें ना पढ़े 

आप अभी पढ़ने की शुरुआत कर रहे हैं तो ज़ाहिर सी बात है पढ़ते रहने के लिए किताब में आपकी रूचि होना बहुत ज़रूरी है। यदि आप शुरुआत में ही लम्बी सी किताब लेकर बैठ जाएंगे तो हो सकता है आप बीच में ही बोर हो जाएं या किताब पूरी ना पढ़ पाएं। ऐसा करने से ना तो आप उस किताब को पढ़ने का आनंद ले पाएंगे और शायद आगे किताबें पढ़ने का मन भी ना करे। इसीलिए शुरुआत में पतली किताबें पढ़ें जिन्हे आप पूरा पढ़ पाएं, ऐसा करने से किताब में रूचि भी बनी रहेगी और आप अच्छा महसूस करेंगे कि आप हर किताब पूरी पढ़ पा रहे हैं। 

किताब पढ़ने की समय सीमा निर्धारित करें

किताब का चुनाव कर लेने के बाद उसे पढ़ने की  समय सीमा निर्धारित करें या एक दिन में कितने pages  पढ़ने हैं ये निर्धारित करें। ऐसा करने से आप हर दिन किताब पढ़ने के लिए समय निकालेंगे क्योंकि अगर एक दिन किताब पढ़कर कुछ दिनों तक पढ़ना छोड़ दें तो जब आप दोबारा वो किताब पढ़ना शुरू करेंगे तो हो सकता है आप उसकी कहानी भूल जाएं। ऐसा करने से आप किताब पढ़ने की आदत नहीं डाल पाएंगे।

Note : यदि आप किताब पढ़ने का समय नहीं निकाल पा रहे तो पूरे दिन में  किसी भी समय का अलार्म लगा लीजिये और जब वो अलार्म बजे तो बैठ जाइये किताब पढ़ने।

मजबूरन कोई किताब मत पढ़िए

ये बात समझना बहुत ज़रूरी है कि आप किताबें इसलिए पढ़ना शुरू कर रहे हैं क्योंकि आप पढ़ना चाहते हैं, किताबें पढ़ना आपकी मजबूरी नहीं है। यदि आप कोई किताब पढ़ रहे हैं और वो आपको पसंद नहीं आती तो उसे पढ़ना बंद कर दीजिये क्योंकि किताब पढ़ने का आनंद तभी है जब आपकी उसे पढ़ने में रूचि हो, आप उसे आगे भी पढ़ते रहना चाहें। आप ऐसा भी कर सकते हैं कि जब एक किताब आगे पढ़ने का मन ना करे तो आप कोई नई किताब पढ़ना भी शुरू कर सकते हैं।  एक ही समय में आप 2-3  किताबें भी पढ़ सकते हैं।  

एक जर्नल रखें

जो भी किताब आप पढ़ते हैं, यदि उससे आपने कुछ सीखा हो या उसमे कुछ पंक्तियाँ आपको बहुत पसंद आई हों या उसका कोई पात्र पसंद आया हो तो वो सब एक जर्नल में लिख लें। यदि आपके उस किताब के बारे में कुछ विचार हैं तो वो भी आप उस जर्नल में लिख सकते हैं।  जब बाद में कभी आपके पास नयी किताब ना हो या पुरानी किताबों में से कोई पढ़ने का मन करे तो आप इस जर्नल की मदद से किताब का चुनाव कर सकते हैं। 

शांत वातावरण में पढ़े

शांत वातावरण में किताब पढ़ने से किताब पर ज़्यादा ध्यान लगाना आसान होता है। इसीलिए आप ये कोशिश करें कि एक ऐसी जगह पर और समय पर किताब पढ़ें जब आस पास शान्ति हो और आपको डिस्टर्ब करने वाला कोई ना हो। किताब पढ़ते समय अपने फ़ोन या टीवी से दूर रहे। किसी भी तरह के विकर्षण से दूर रहें।  

अपनी किताब साथ रखें

अक्सर जब आप कहीं बाहर जाते हैं तो ऐसा हो सकता है कि आपको लम्बे समय के लिए इंतज़ार करना पड़ जाये या ऑफिस से घर के बीच लम्बा सफ़र हो। ऐसे में अधिकतर लोग अपने फ़ोन में कुछ ना कुछ देखकर समय व्यतीत करते हैं तो अपने फ़ोन की ब्लू लाइट से रहें दूर और अपनी किताब अपने साथ रखें और पढ़ें। आपका समय कब और कैसे बीत जाएगा आपको पता भी नहीं लगेगा।

यदि आप किताबे पढ़ने के फ़ायदे जानना चाहते है तो यहाँ क्लिक करें

किताब कब पढ़ें

किताब पढ़ने का कोई निर्धारित समय नहीं होता है।  आप कभी भी किताब पढ़ सकते हैं, जब भी आपका मन हो या आप खाली हों लेकिन यदि आप सुबह जल्दी उठने वालों में से हैं तो कोशिश कीजिएगा कि आपकी सुबह की  शुरुआत और दिन का अंत एक अच्छी किताब पढ़कर हो।  सुबह सुबह आस पास बहुत शान्ति होती है तो किताब पर फोकस करना बहुत आसान होता है और रात को सोने से पहले यदि फ़ोन देखकर सोते हैं तो इस आदत की जगह किताब पढ़ने की आदत डालिये, आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

रीडिंग पार्टनर ढूंढें

यदि आपका कोई दोस्त या जानने वाला है जो किताबें पढ़ने का शौक़ीन हो तो ऐसे व्यक्ति को अपना रीडिंग पार्टनर बनाएं। इसका यह अर्थ है कि आप दोनों आपस में एक दूसरे को अपनी मन पसंद किताबें suggest कर सकते हैं या एक साथ दोनों एक ही किताब पढ़कर उस पर चर्चा भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको एक नया दृष्टिकोण मिलेगा। यदि रीडिंग पार्टनर्स की संख्या बढ़ा सकते हैं तब तो ये सोने पे सुहागा हो जाएगा। वो कहते हैं ना ‘एक से भले दो और दो से भले चार।’   

इंतज़ार किस बात का है। उठा लीजिये अपना पेन और पेपर और लिखना शुरू कीजिये जो किताबें पढ़ना चाहते हैं। ऊपर दी गयी बातें फॉलो कीजिये और आप भी बन जाइये किताबों की इस खूबूसरत सी दुनिया का एक खूबसूरत सा हिस्सा।

कुछ स्टेप्स किताब पढ़ने की आदत डालने के लिए

Step-1वही किताब पढ़ें जिसमे आपकी रूचि हो।
Step-2सरल भाषा वाली किताब पढ़ें।
Step-3किताब पढ़ने से पहले उसका सारांश पढ़ लें।
Step-4शांत वातावरण में पढ़ें।
Step-5यदि आपको अपने शब्दकोष में सुधार करना है तो जो  शब्द कठिन लगता है उसे कहीं लिख लें और उसका अर्थ पढ़ें। 
Step-6एक साल में कितनी किताबें पढ़नी हैं यह गोल सेट करें और उसे पूरा करने की कोशिश करें।
Step-7यदि कोई प्रेरक किताब पढ़ते हैं और उससे कुछ नया सीखते हैं या खुद में परिवर्तन पाते हैं तो इसके बारे में एक किताब में लिखिए।
Step-8कोशिश करें कि सुबह उठकर और रात को सोने से पहले किताब ज़रूर पढ़ें।

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FAQ’s

Q. किस तरह की किताब पढ़नी चाहिए ?

Ans: जिस तरह की किताब में आप रूचि रखते हों वही किताब पढ़े।  कोशिश करें की आप ज्ञानवर्धक और प्रेरक किताबें भी पढ़ें।

Q. किताब कहाँ से खरीदें ?

Ans: आप किताब किसी बुक स्टोर से या ऑनलाइन साइट से खरीद सकते हैं। 

Q. किताब किस समय पढ़े ?

Ans: किताब पढ़ने का कोई एक समय नहीं होता।  आप कभी भी किताब पढ़ सकते हैं।

Q. कितने समय कि लिए किताब पढ़े ?

Ans: किताब पढ़ने का समय आपको खुद निर्धारित करना होगा लेकिन कोशिश करें की एक दिन में काम से काम आधा घंटा किताब ज़रूर पढ़ें ।

Q. क्या किताब पढ़ना एक अच्छी आदत है ?

Ans: किताब पढ़ना एक बहुत अच्छी आदत है।  किताब आपको सोचने का एक नया तरीका सिखाती है।

Q. कितने दिन में किताब पढ़ने की आदत डाल सकते हैं ?

Ans: 1 महीने लगातार किताब पढ़िए, आप स्वयं रोज़ किताब पढ़ना चाहेंगे।

Q. किताब क्यों पढ़नी चाहिए  ?

Ans: किताब पढ़ने से आपकी स्मृति अच्छी होती है , आपका ज्ञानवर्धन होता है और किताब मनोरंजन का भी बहुत अच्छा साधन है। 

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