अंतरराष्ट्रीय परोपकार दिवस कब मनाया जाता है? | Antarashtriye Paropkar Diwas 2022

पूरे विश्व में हर साल 5  सितम्बर को  अंतरराष्ट्रीय परोपकार दिवस मनाया जाता है। 

अंतरराष्ट्रीय परोपकार  दिवस 5  सितम्बर को क्यों मनाया जाता है ?

अंतरराष्ट्रीय परोपकार  दिवस 5  सितम्बर को मनाया जाता है क्योंकि इस ही दिन मदर टेरेसा की मृत्यु हुई थी । मदर टेरेसा को वर्ष 1979 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था।  अंतर्राष्ट्रीय परोपकार दिवस का उद्देश्य है विश्व भर के लोगों, गैर सरकारी संस्थानों और शिक्षकों को जरूरतमंदों की मदद के लिए परोपकारी कार्यों के माध्यम एकजुट करना और संवेदनशील बनाना।  कई देशों में माननीय संकटों को कम करने में परोपकार में जो भूमिका निभाई है और धर्मार्थ संगठनों और कई व्यक्तियों के प्रयासों, जिसमें मदर टेरेसा के द्वारा किए गए कार्य सम्मिलित हैं, को मान्यता देते हुए संयुक्त महासभा ने रेज़ोल्यूशन 67 /105 के माध्यम से 5 सितंबर को  अंतरराष्ट्रीय पपरोपकार दिवस घोषित किया।

अंतरराष्ट्रीय परोपकार दिवस मनाने के पीछे संयुक्त राष्ट्र का जो उद्देश्य है, उसे पूरा करने के लिए संयुक्त राष्ट्र कई कार्य करता है।  संयुक्त राष्ट्र का उद्देश्य यह है कि वह आर्थिक अंतरराष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय जब भी कभी प्राकृतिक मानव निर्मित आपदाओं के कारण नुकसान होता है जिसके लिए एक देश के लिए राहत प्रदान करना बहुत मुश्किल हो जाता है तो ऐसे देशों में या जो बाहों में वह प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय संयुक्त राष्ट्र पर निर्भय रहता है संयुक्त राष्ट्र की ऐसी कुछ संस्थाएं हैं जिनका जिन की प्राथमिक जिम्मेदारी मानव सहायता प्रदान करना है संयुक्त राष्ट्र की यह मानव सहायता प्रदान करने वाली संस्थाएं संस्थाओं की सूची नीचे दी गई है।

संयुक्त राष्ट्र का उद्देश्य क्या है ?

संयुक्त राष्ट्र का अनेक उद्देश्यों में एक उद्देश्य है किसी भी तरह की आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक या मानवीय तरह की अंतरराष्ट्रीय समस्याओं का निवारण करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करना ।

संयुक्त राष्ट्र की कुछ संस्थाएं

संयुक्त राष्ट्र की ऐसी कुछ संस्थाएं हैं जिनकी प्राथमिक जिम्मेदारी मानव सहायता प्रदान करना है।

मदर टेरेसा के कुछ quotes  यानी मदर टेरेसा के अनमोल वचन

1.प्रेम एक ऐसा फल है जो हर ऋतू में होता है और हर व्यक्ति की पहुँच में।
2.महत्वपूर्ण यह नहीं है कि आपने कितना दिया, महत्त्वपूर्ण यह है कि देते समय आपने कितने प्रेम से दिया।
3.ईश्वर हमसे सफल होने की अपेक्षा नहीं करता, वह तो हमसे बस यह अपेक्षा करता है कि हम प्रयास करें।
4.जहाँ भी जाइये, प्यार फैलाइये, जो भी आपके पास आये, वह और खुश होकर लौटे।
5.प्रेम और दया भरे शब्द छोटे ज़रूर हो सकते हैं लेकिन वास्तव में उनकी गूँज की कोई सीमा नहीं होती।
6.यदि हमारे बीच शान्ति की कमी है तो वो इसलिए है क्योंकि हम भूल गए हैं कि हम एक दुसरे से सम्बंधित हैं।
7.यदि आप सौ लोगों को खाना नहीं खिला सकते हैं तो कम से कम एक को खिलाएं।
8.खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते लेकिन अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत होते हैं। 
9.अकेलापन और अनचाहा होना दुनिया की सबसे बड़ी गरीबी है।
10.आप दुनिया में प्रेम फ़ैलाने के लिए क्या कर सकते हैं ? घर जाइये और अपने परिवार से प्रेम कीजिये।

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FAQ’s

Q. मदर टेरेसा का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?

Ans: मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त को उस्कुब, उस्मान साम्राज्य (आज का सोप्जे, उत्तर मैसिडोनिया) में हुआ था ?

Q. मदर टेरेसा की मृत्यु कब और कहाँ हुई थी ?

Ans: मदर टेरेसा की मृत्यु 5 सितम्बर 1997 को कलकत्ता, भारत में हुई।

Q. मदर टेरेसा की मृत्यु किस उम्र में हुई ?

Ans: मदर टेरेसा की मृत्यु 87 वर्ष की आयु में हुई।

Q. मदर टेरेसा कौन थी ?

Ans: मदर टेरेसा एक कैथोलिक नन थी।  उन्होंने अपने जीवन के कई साल गरीबो, बेघर लोगों, बीमारों और अनाथों की सेवा करने में व्यतीत किये।  उन्हें उनके द्वारा किये गए निस्वार्थ कार्यों के लिए जाना जाता है।   मदर टेरेसा के निस्वार्थ कार्यों के लिए उन्हें कई बार पुरस्कृत किया गया।

Q. मदर टेरेसा का पूरा नाम क्या था?

Ans: मदर टेरेसा का पूरा नाम एगनेस गोंझा बोयाजिजू। 

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