स्पार्कलिंग वाटर क्या है इसके फायदे एवं नुक्सान | Sparkling Water Health Benefits and side effects in Hindi

स्पार्कलिंग वाटर नार्मल पानी से अलग होता है। स्पार्कलिंग यानी चमकदार बनाने के लिए इस पानी को कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भर दिया  जाता है। ये स्पार्कलिंग वाटर सॉफ्ट ड्रिंक्स/सोडा/ कोल्ड ड्रिंक के जैसा ही होता है लेकिन इसमें सॉफ्ट ड्रिंक्स की तुलना में कम कैलोरीज होती हैं।

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जानिये स्पार्कलिंग वाटर क्या होता है (What is Sparkling Water Hindi)

जब गर्मी बहुत ज़्यादा बढ़ जाती है तो हमारे शरीर में बहुत पसीना आने लगता है।  गर्मी के मौसम में शरीर को पानी की ज़्यादा ज़रुरत होती है इसलिए भरपूर मात्रा में पानी पीना ज़रूरी है। हालाँकि जब हम घंटो बाहर रहते हैं, खासतौर पर धूप में, तो प्यास लगती रहती है लेकिन हर बार पानी पीने का मन नहीं करता। ऐसे में या तो हम सड़क किनारे मिलने वाला ठंडा ठंडा सोडा पी लेते हैं या फिर किसी दुकान से कोल्ड ड्रिंक खरीदकर पी लेते हैं क्योंकि ना तो ये ज़्यादा महंगे आते हैं और इन्हे पीकर हमारे शरीर को ठंडक भी मिलती है।

कोल्ड ड्रिंक की जगह आप स्पार्क,लिंग वाटर पी सकते हैं। स्पार्कलिंग वाटर यानी बुलबुले वाला पानी। अब आप ये सोच रहे होंगे कि ये स्वास्थ्य के लिए ठीक है या नहीं ? आइये जानते हैं ।

स्पार्कलिंग वाटर कैसे बनाया जाता है (How is Sparkling Water Made)

स्पार्कलिंग वाटर नार्मल पानी से अलग होता है। स्पार्कलिंग यानी चमकदार बनाने के लिए इस पानी को कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भर दिया  जाता है। ये स्पार्कलिंग वाटर सॉफ्ट ड्रिंक्स/सोडा/ कोल्ड ड्रिंक के जैसा ही होता है लेकिन इसमें सॉफ्ट ड्रिंक्स की तुलना में कम कैलोरीज होती हैं।

स्पार्कलिंग वाटर पीने के फ़ायदे (Sparkling Water Health Benefits Hindi)

जब पानी पीने का मन हो तो आप स्पार्कलिंग वाटर पी सकते हैं

यदि आपको किसी काम से पूरे दिन बाहर रहना पड़ता है और आपको प्यास लगने पर पानी की जगह कोल्ड ड्रिंक पीने का मन करता है तो आप स्पार्कलिंग वाटर पी सकते हैं। पानी की कमी से शरीर में निर्जलीकरण हो जाता है जिसके कारण एक व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याएं हो सकती है।  वैसे तो आपको प्यास लगने पर हमेशा पानी ही पीना चाहिए लेकिन जब आपको पानी पीने का मन बिलकुल भी न हो, उस स्थिति में आप स्पार्कलिंग वाटर का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इसके सेवन से  निर्जलीकरण को रोकने में मदद मिल सकती है।

स्पार्कलिंग वाटर भी अलग अलग तरह के होते हैं, किसी में चीनी होती है, किसी में चीनी नहीं होती है, किसी में फ्लेवर होता है तो किसी में नहीं।  आप अपनी इच्छा अनुसार स्पार्कलिंग वाटर का लेबल पढ़ इसे खरीद सकते हैं। बेहतर यह होगा कि आप बिना किसी फ्लेवर और मीठे का स्पार्कलिंग वाटर पिएं।

 स्पार्कलिंग वाटर पीने से पाचन में सुधार हो सकता है

यदि आपका शरीर खाना सही तरह से नहीं पचा पा रहा है तो आपको जब पानी पीने का मन ना करे तो आप स्पार्कलिंग वाटर का सेवन कर सकते हैं।

स्पार्कलिंग वाटर पीकर अपना वज़न रखें नियंत्रित

वज़न कम करने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीना बहुत ज़रूरी है।  पानी पीने से वज़न कम हो सकता है। जब एक व्यक्ति भरपूर मात्रा में पानी पीता है तो उसका पेट भरा हुआ रहता है और उसे भूख कम लगती है।

जब भूख कम लगती है तो भूख लगने पर जो हम ज़्यादातर जंक फ़ूड या पैकेज्ड खाना खाते हैं, हम उससे दूर रहते हैं इसलिए स्पार्कलिंग वाटर पीने से आप अपना वज़न नियंत्रित रख सकते हैं।

स्पार्कलिंग वॉटर  आपको रखता है हाइड्रेटेड

शरीर का हाइड्रेटेड रहना ज़रूरी है।  शरीर में निर्जलीकरण के कारण बहुत सी परेशानियां हो सकती है। स्पार्कलिंग वॉटर  पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है क्योंकि ये भी पानी ही है। जैसा ऊपर बताया गया है यदि आप इतना पानी पी चुके हैं कि अब आप और पानी नहीं पी सकते तो किसी मीठे पेय या कोल्ड  ड्रिंक के स्थान पर आप स्पार्कलिंग वाटर पी सकते हैं लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि उस स्पार्कलिंग वॉटर में मीठा न हो। 

कोल्ड ड्रिंक/सोडा पीने से बचना चाहते हैं तो आप स्पार्कलिंग वाटर पी सकते हैं

ऐसे बहुत लोग हैं जिन्हे कोल्ड ड्रिंक/सोडा बेहद पसंद हैं और उन्हें खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक चाहिए होती है।  उनके फ्रिज में कोल्ड ड्रिंक हमेशा दिखाई देती है लेकिन अगर आप वो कोल्ड ड्रिंक प्रेमी है जो कोल्ड ड्रिंक पसंद तो बहुत करते हैं लेकिन उससे दूर रहना चाहते हैं तो स्पार्कलिंग वॉटर आपके लिए एक बहुत अच्छा ऑप्शन है।  वैसे तो सादा पानी पीना ही सबसे अच्छी आदत है लेकिन जब मन करे तो कोल्ड ड्रिंक की जगह आप फ्लेवर वाला स्पार्कलिंग वॉटर पी सकते हैं।

सपरकलिंग वॉटर पीने के नुकसान 

मीठे स्पार्कलिंग वाटर से हो सकता हैं दांतो को नुकसान

कुछ स्पार्कलिंग वाटर ऐसे होते हैं जिनमें मीठा मिलाया हुआ होता है तो इनके अधिक सेवन से एक व्यक्ति के दांत खराब हो सकते हैं  लेकिन अगर आप बिना मीठे वाला स्पार्कलिंग वॉटर पिएंगे तो इससे आपके दांतो को ज़्यादा नुकसान नहीं होगा।

जिन्हे पेट सम्बंधित परेशानियाँ हैं, वे ना करें स्पार्कलिंग वॉटर का सेवन 

यदि आपको पेट सम्बंधित समस्याएं रहती हैं तो स्पार्कलिंग वॉटर पीने से आपको परेशानी हो सकती है। यदि स्पार्कलिंग वॉटर पीने के बाद आपका पेट फूलने लगता है या डकार आती है या पेट में दर्द होता है या गैस बनती है तो आप स्पार्कलिंग वाटर का सेवन कम करें या बिलकुल भी न करें।  आप सादा पानी ही पिएं।

कोशिश करें कि आप बिना मीठे का स्पार्कलिंग वाटर ही पिएं

ये तो आप सभी जानते हैं कि मीठे का अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।  मीठे के अधिक सेवन से दांतो में परेशानी, वज़न बढ़ना, मधुमेह आदि  समस्याएँ हो सकती हैं इसलिए मीठे का सेवन जितना कम किया जाये उतना ही अच्छा है।  स्पॉर्कलोंग वॉटर में चीनी, कैफीन और और अन्य एडिटिव्स हो सकते हैं तो हमेशा स्पार्कलिंग वॉटर पीने से पहले उसका लेबल ज़रूर चेक करें। कोशिश करें कि आप वो स्पार्कलिंग वाटर पिएं जिसमे सिर्फ पानी और कार्बोनेशन हो। 

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FAQ

Q. स्पार्कलिंग वाटर क्या होता है ?

Ans: स्पार्कलिंग वाटर नार्मल पानी से अलग होता है। स्पार्कलिंग यानी चमकदार बनाने के लिए इस पानी को कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भर दिया  जाता है। ये स्पार्कलिंग वाटर सॉफ्ट ड्रिंक्स/सोडा/ कोल्ड ड्रिंक के जैसा ही होता है लेकिन इसमें सॉफ्ट ड्रिंक्स की तुलना में कम कैलोरीज होती हैं।

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