दोस्तों आज इस लेख में हम आपको जीवा आयुर्वेद की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में उपलब्ध करवाने जा रहे हैं, जीवा आयुर्वेद की स्थापना कब हुई किसने की, आपके प्रिय डॉक्टर प्रताप आदि की सम्पूर्ण जानकारी इस लेख में मौजूद है कृपया लेख पूरा पढ़ें।
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जीवा आयुर्वेद (Jiva Ayurved in Hindi)
आप में से ऐसे बहुत से लोग होंगे जिन्होंने जीवा आयुर्वेदा के बारे में सुना होगा या जीवा आयुर्वेदा से इलाज चल रहा होगा या उनके प्रोडक्ट्स खरीदे होंगे और वहीँ कुछ लोग होंगे जो ये नाम शायद पहली बार सुन रहे हों। जीवा आयुर्वेदा आयुर्वेद की मदद से लोगों की कई समस्याएं दूर करती है। जीवा आयुर्वेदा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में प्रख्यात है।
जीवा समूह की शुरुआत
जीवा समूह आज विश्वभर में प्रसिद्द है। जीवा आयुर्वेदा के संस्थापक श्री ऋषिपाल चौहान जी, डॉ सत्यनारायण दास जी और डॉ प्रताप चौहान जी हैं। जीवा आयुर्वेदा की वेबसाइट के अनुसार इन तीनो व्यक्तियों को यह भरोसा था कि सदियों से प्रयोग में लाये जाने वाले आयुर्वेद को यदि पश्चिम की तकनीकी विशेषज्ञता के साथ जोड़ा जाये तो इन दोनों को साथ मिलाकर पूरे विश्व को स्वस्थ बनाया जा सकता है और वे सही भी थे। आज जीवा आयुर्वेदा से बहुत लोगों को लाभ मिला है।
ये सभी संस्थापक आयुर्वेद और प्रौद्योगिकी को अच्छी तरह से जानते व समझते थे। उनके द्वारा जीवा समूह की नींव 6 फरवरी 1992 को रखी गयी। डॉ प्रताप चौहान जी और डॉ सत्यनारायण दास जी जीवा आयुर्वेदा के निर्देशक हैं। श्री ऋषिपाल चौहान जी जीवा आयुर्वेदा के अध्यक्ष हैं।
जीवा आयुर्वेद का मिशन
वो कहते हैं न जिस काम की शुरुआत अच्छी मंशा से की जाये, वो हमेशा ही सफल होता है। जीवा आयुर्वेदा के संस्थापकों ने भी जीवा समूह की नींव लोगों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए की और यही कारण है कि आज न जाने कितने लोग जीवा आयुर्वेदा पर भरोसा करते हैं।
जीवा आयुर्वेदा की संस्थापना इस विज़न के साथ की गयी थी कि चिकित्सा के साथ लोगों का कल्याण करने वाले वैदिक भारतीय विज्ञान को पुनर्जीवित कर एक ऐसा समाज बनाया जा सके जिसमे शान्ति हो और जहाँ हर वयक्ति सुखी और स्वस्थ रहे।
डॉक्टर प्रताप चौहान (Doctor Pratap Chauhan in Hindi)
डॉक्टर प्रताप चौहान, आज ये नाम बहुत प्रसिद्द है और यह संभव हुआ डॉ प्रताप चौहान के निरंतर प्रयास, मेहनत और दृढ़ निश्चय की बदौलत जिन्होंने उन्हें निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। वर्ष 1992 में उन्होंने अपने गैराज में क्लिनिक खोलकर लोगों का इलाज किया और आज देश भर में जीवा आयुर्वेदा के करीब 80 क्लीनिक हैं।
जिस मुकाम पर वे आज हैं, वहाँ तक पहुँचने के लिए उन्होंने ईमानदारी से मेहनत की। शुरुआत में उनके क्लिनिक में जड़ी बूटियां रहती थी और दीवार से कुछ कुर्सियां लगी हुई थी जो मरीज़ों का प्रतीक्षालय था। समय बढ़ता गया और उनके उपचार से लोगों को फायदा होता रहा। जब मरीज़ों की संख्या बढ़ने लगी तो डॉक्टर प्रताप चौहान ने अपने क्लिनिक में कुछ सहायक वैद्यों को भी रखा। डॉक्टर प्रताप चौहान के आयुर्वेदा को लेकर ज्ञान और इसके उपयोग के कारण आज लाखों लोगों को फायदा मिला है।
डॉक्टर प्रताप चौहान जी द्वारा शुरू किया गया जीवा हेल्थ शो
डॉक्टर चौहान आयुर्वेदा के बारे में लोगों की कई समस्याएं दूर करना चाहते थे। उन्होंने टीवी पर एक टॉक शो शुरू किया जिसका नाम है जीवा हेल्थ शो। यह शो लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गया है और बहुत से लोग इस शो को देखते हैं। यह टीवी शो ज़ी हिंदुस्तान (zee हिंदुस्तान) चैनल पर दिखाया जाता है। आप इस चैनल पर जीवा हेल्थ शो को देख सकते हैं या फिर यूट्यूब पर ‘जीवा हेल्थ शो’ (jiiva health show) टाइप करें और आपको इस शो की वीडियोज़ मिल जाएंगी जिन्हे देखकर आपको अपनी कई बीमारियों का इलाज मिल सकेगा।
इस हेल्थ शो के माध्यम से आप घर में बैठे बैठे ही अपनी परेशानी के कारण और उनके उपाय के बारे में जानकारी पा सकेंगे। जीवा हेल्थ शो टीवी पर आने वाला अभी तक का सबसे लम्बा चलने वाला आयुर्वेद स्वास्थ्य शो है। इस शो में डॉक्टर प्रताप चौहान आते हैं और लोग उनसे इस शो के माध्यम से सीधे जुड़ पाते हैं और अपनी समस्या बताते हैं। यदि आप भी डॉक्टर प्रताप चौहान से बात क्र अपनी परेशानी बताना चाहते हैं तो इस शो में जुड़ने के लिए 0129-4040404 पर कॉल कर सकते हैं।
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FAQ’s
Q. जीवा आयुर्वेद क्या है ?
Ans: जीवा आयुर्वेद एक आयुर्वेद संसथान है जो आयुर्वेद की मदद से लोगों की कई समस्याएं दूर करती है। जीवा आयुर्वेदा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विश्वभर में प्रख्यात है।
Q. जीवा आयुर्वेद की शुरुआत कब हुई ?
Ans: जीवा आयुर्वेद की शुरुआत 6 फरवरी 1992 को हुई।
Q. जीवा समूह की शुरुआत कैसे हुई ?
Ans: जीवा समूह आज विश्वभर में प्रसिद्द है। जीवा आयुर्वेदा के संस्थापक श्री ऋषिपाल चौहान जी, डॉ सत्यनारायण दास जी और डॉ प्रताप चौहान जी हैं। जीवा आयुर्वेदा की वेबसाइट के अनुसार इन तीनो व्यक्तियों को यह भरोसा था कि सदियों से प्रयोग में लाये जाने वाले आयुर्वेद को यदि पश्चिम की तकनीकी विशेषज्ञता के साथ जोड़ा जाये तो इन दोनों को साथ मिलाकर पूरे विश्व को स्वस्थ बनाया जा सकता है और वे सही भी थे। आज जीवा आयुर्वेदा से बहुत लोगों को लाभ मिला है।
ये सभी संस्थापक आयुर्वेद और प्रौद्योगिकी को अच्छी तरह से जानते व समझते थे। उनके द्वारा जीवा समूह की नींव 6 फरवरी 1992 को रखी गयी। डॉ प्रताप चौहान जी और डॉ सत्यनारायण दास जी जीवा आयुर्वेदा के निर्देशक हैं। श्री ऋषिपाल चौहान जी जीवा आयुर्वेदा के अध्यक्ष हैं।
Q. जीवा आयुर्वेद के संस्थापक कौन हैं ?
Ans: जीवा आयुर्वेदा के संस्थापक श्री ऋषिपाल चौहान जी, डॉ सत्यनारायण दास जी और डॉ प्रताप चौहान जी हैं।
Q. जीवा आयुर्वेद का मिशन क्या है ?
Ans: वो कहते हैं न जिस काम की शुरुआत अच्छी मंशा से की जाये, वो हमेशा ही सफल होता है। जीवा आयुर्वेदा के संस्थापकों ने भी जीवा समूह की नींव लोगों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए की और यही कारण है कि आज न जाने कितने लोग जीवा आयुर्वेदा पर भरोसा करते हैं।
जीवा आयुर्वेदा की संस्थापना इस विज़न के साथ की गयी थी कि चिकित्सा के साथ लोगों का कल्याण करने वाले वैदिक भारतीय विज्ञान को पुनर्जीवित कर एक ऐसा समाज बनाया जा सके जिसमे शान्ति हो और जहाँ हर वयक्ति सुखी और स्वस्थ रहे।
Q. डॉक्टर प्रताप चौहान जी के हेल्थ शो का क्या नाम है ?
Ans: डॉक्टर चौहान आयुर्वेदा के बारे में लोगों की कई समस्याएं दूर करना चाहते थे। उन्होंने टीवी पर एक टॉक शो शुरू किया जिसका नाम है जीवा हेल्थ शो।
Q. डॉक्टर प्रताप चौहान कौन हैं ?
Ans: डॉक्टर प्रताप चौहान जीवा आयुर्वेद के संस्थापक हैं।