कमर दर्द के मुख्य कारण एवं घरेलु कारगर उपचार | Backpain in Hindi

एक समय था जब केवल बड़े बुज़ुर्गों को ही कमर दर्द की शिकायत रहती थी लेकिन आजकल तो कम उम्र में ही कमर दर्द की परेशानी होती है।  जब अपने माता पिता को दुखती हुई कमर के बारे में बताओ तो उनका एहि कहना होता “बताओ तुम्हारे अभी से ये हाल हैं तो आगे जाकर क्या होगा?” खासतौर पर घंटो एक ही जगह बैठकर काम करने से ये समस्या और भी ज़्यादा बढ़ जाती है। आज हम इस लेख में आपको कमर दर्द के को दूर करने के घरेलु उपचारों के बारे में बताएंगे।

कमर, शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है।  उठने, बैठने, झुकने आदि के लिए कमर का ठीक रहना बहुत ज़रूरी है।  जब कमर में दर्द रहता है तो एक व्यक्ति ना ठीक से चल पाता है और ना ही कोई और काम कर पाता है। जब आपको कमर दर्द से गुज़ारना पड़ता है तब आप समझ पाते हैं कि आपकी ये कमर आपके शरीर का कितना महत्वपूर्ण हिस्सा है।

Table of Contents

कमर दर्द के मुख्य कारण (Main Reasons for Back Pain Hindi)

सबसे पहले आईये हम जानते हैं कि आखिर कमर दर्द के मुख्य कारण हैं क्या, इन्हे पहचान कर उनका उपचार करना बहुत ही आवश्यक है।

1.आपके आहार में पोषण की कमी
2.सुबह की धूप न लेना भी है एक मुख्य वजह
3.ख़राब लाइफस्टाइल फॉलो करना
4.बहुत देर तक एक ही कारण में बैठना
5.किसी एक काम को बहुत देर तक करना
6.तनाव के कारण कमर दर्द
7.आधुनिक टेक्नोलॉजी भी है कमर दर्द का कारण
8.डिस्क का बैलेंस बिगड़ने से होता है कमर दर्द
9.पेट में निरंतर गैस बनना
10.मांसपेशियों का तालमेल सही ना बैठना
11.शरीर में कैल्शियम की कमी से होता है कमर दर्द
12.शरीर में विटामिन डी की कमी से होता है कमर दर्द
13.शरीर का वजन ज्यादा होने से होता है कमर दर्द
14.लड़कियों में अधिक समय तक हील्स पहनने के कारण होता है कमर दर्द
15.जिस गद्दे पर आप आराम करते हैं यदि वह बहुत नरम है तो भी आपको कमर दर्द की शिकायत हो सकती है

इन सभी कारणों को विस्तार में नीचे समझाया गया है

आपके आहार में पोषण की कमी

आजकल या तो अधिकतर लोग पौष्टिक आहार नही ले रहे हैं और यदि ले भी रहे हैं तो जो आहार आप पौष्टिक समझ कर ग्रहण कर रहे हैं उसमे पोषक तत्त्व मौजूद ही नही है क्योंकि आजकल सब्ज़ियों एवं फलों को pesticides व uria डाल कर उगाया जा रहा है जो आपकी सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है। यह हानिकारक आहार आपके शरीर में प्रवेश कर तरह तरह की बीमारियों को जन्म देता है।

ऐसा कहा जाता है कि शरीर की सारी बीमारियों की शुरुआत आपके पेट से होती है, जब आप इस तरह का भोजन ग्रहण करते हैं तो यह आपके शरीर में प्रवेश कर सबसे पहले आपकी पाचन क्रिया पर बुरा असर डालता है और फिर अनेक तरह की बीमारियों का जन्म होता है, जिनमे  से कमर दर्द मुख्य है।

सुबह की धूप न लेना भी है एक मुख्य वजह

सुबह की धूप कमर के लिए बहुत ही लाभदयक है परन्तु हम इसे नज़र अंदाज़ करते है क्योंकि यह धूप निःशुल्क जो प्राप्त होती हैं और जिसका कोई शुल्क नहीं, उसकी कीमत हम कहाँ समझते हैं। सूरज कि सुबह की किरणों कि अहमियत तो तब पता लगती हैं जब दवाइयों में खूब खर्चा करना पड़ जाता है।  परन्तु हम लोग जब तक अच्छे से डॉक्टर के यहाँ जा कर कुछ पैसे ना खर्च करदे तब तक हमारे दिल को आनंद नही मिलता।

सुबह की धूप में विटामिन डी होता है जो  हमारी हड्डियों व मासपेशियों को मज़बूत बनाने के लिए बहुत ही लाभकारी है, विटामिन डी की पूर्ति होने से हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी कभी नही होती।

ख़राब (unhealthy ) लाइफस्टाइल फॉलो करना

ख़राब (unhealthy) लाइफस्टाइल से ना जाने कितने लोग परेशान हैं।  हर दिन यह सोचते हैं कि बस आज जंक फ़ूड का आखिरी दिन, कल से नहीं खाएंगे या बस कल से सुबह जल्दी उठना शुरू या कल से रोज़ एक्सरसाइज करनी है पर कुछ हो ही नहीं पाता।  आधी से ज़्यादा बीमारियां ख़राब दिनचर्या(lifestyle ) के कारण होती हैं। रात को देर से सोना और सुबह देर से उठना, ख़राब डाइट फॉलो करना, पेट के बल  सोना, सही तरह से ना बैठना (कमर सीधी करके ना बैठना), जंक फ़ूड (फ़ास्ट फ़ूड) का सेवन करना, सही समय से भोजन ना करना, यह कुछ ख़राब आदतें हैं जो हमारे शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव डालती हैं।  यदि हम इन सभी आदतों को बदल दें तो बहुत सी बीमारियां हमारे दरवाज़े पर कभी भी दस्तक नहीं देंगी। 

बहुत देर तक एक ही मुद्रा या जगह में बैठना

आमतौर पर ऑफिस जाने वाले लोगों को एक ही मुद्रा (posture) में कईं घंटो तक बैठना पड़ता है जिस कारण कमर बिलकुल झुकी हुई रहती है।  ऐसे में आपकी कमर पर बहुत ज्यादा ज़ोर पड़ता है और कमर दर्द की शुरुआत हो जाती है। अगर यह प्रोसेस बहुत लम्बे समय तक चलता रहे तो आपको कमर दर्द की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है, इसे हल्के में बिलकुल ना लें।

किसी एक काम को बहुत देर तक करना

यदि आप किसी ऐसे काम को बहुत देर तक करते हैं जिससे आपकी कमर पर बहुत ज्यादा ज़ोर पड़ रहा हो जैसे भारी वज़न उठाना,  कमर की  कोई एक्सरसाइज (exercise) एक ही बार में बहुत देर तक करना, झटके से कुछ भारी सामान उठाना, गलत तरीके से योग या एक्सरसाइज करना आदि ऐसे बहुत से कारण हो सकते हैं जिससे आपकी कमर में दर्द उठ सकता है।  इन बातों का मुख्य रूप से ध्यान रखे।

तनाव के कारण कमर दर्द

जी हाँ, आपने बिलकुल सही पढ़ा।  यदि आप अक्सर तनाव में रहते हैं तो सावधान हो जाइये क्योंकि मानसिक तनाव के कारण हमारे शरीर की मांसपेशियां अकड़ जाती हैं जिसके कारण आपको कमर दर्द  की शिकायत हो सकती है।  खासतौर पर कमर के निचले भाग में दर्द हो सकता है और यह समस्या आगे चलकर गंभीर रूप भी ले सकती है इसलिए मानसिक तनाव से बचें, अपने दिमाग और शरीर को आराम दें।

तनाव से बचने के लिए एक्सरसाइज करें, कोई खेल खेलें, मैडिटेशन करें, अच्छी किताबें पढ़ें और योग करें।

पेट में निरंतर गैस बनना

यदि आपके पेट में निरंतर गैस बनती रहती है तो यह भी आपके कमर व पीठ दर्द की वजह हो सकती है।  दरअसल होता क्या है कि जब हमारे पेट में निरंतर गैस बनती रहती है तो यह गैस हमारे पूरे शरीर में घूमती है।  कई बार तो यह गैस हमारे शरीर की मांशपेशियों में भी प्रवेश कर जाती है, शरीर के जिस भी हिस्से में गैस प्रवेश कर जाती है बस वहीं दर्द शुरू हो जाता है।

आधुनिक टेक्नोलॉजी भी है कमर दर्द का कारण

आधुनिक या मॉडर्न टेक्नोलॉजी के इस युग में अधिकतम लोग इस लाइफस्टाइल को अपनाने के लिए बाधित हैं – जैसे बहुत समय तक लैपटॉप या मोबाइल का उपयोग करना  क्योंकि यह बहुत लोगों कि नौकरी का एक अहम् हिस्सा बन चूका है लेकिन यह अहम् हिस्सा कई बीमारियों का बुलावा दे रहा हैं और उनमे से एक हैं कमर दर्द।  कोशिश करें कि आप लम्बे समय तक लैपटॉप के आगे न बैठे।  हर आधे या एक घंटे में उठकर शरीर को थोड़ा हिला डुला लें।

डिस्क का बैलेंस बिगड़ने से होता है कमर दर्द

डिस्क का बैलेंस बिगड़ने से भी आपको कमर में दर्द हो सकता है।  डिस्क रीढ़ की हड्डी के बीच में जो जोड़ (joints) होते हैं उनमे झटका झेलने (shock  absorb)  के लिए होती है, डिस्क ही वह चीज़ है जो आपकी रीढ़ की हड्डी को किसी भी शॉक या फिर झटके से सुरक्षित रखती है, जैसे जब आप भागते हैं या फिर कोई भी ऐसा काम करते हैं जिस से आपकी रीढ़ की हड्डी में झटका आये तो डिस्क उस झटके या शॉक को झेलकर आपकी रीढ़ की हड्डी को सुरक्षित रखती है परन्तु जब यह डिस्क किसी कारणवश अपनी जगह से हिल जाए तो आपको असीमित कमर दर्द का सामना करना पड़ सकता है।  यह दर्द आपकी कमर के निचले भाग से होता हुआ आपके पैरों तक भी जा सकता है और बहुत दर्द दे सकता है।

डिस्क के अपनी जगह से हिलने के कई कारण हो सकते हैं जैसे सही मुद्रा (posture) में ना बैठना, झटके से कोई भारी सामान उठाना आदि।

मांसपेशियों का तालमेल सही ना बैठने से

हम अपने शरीर के माध्यम से जितने भी काम कर पाते हैं, उनमे मांसपेशियों का बड़ा योगदान है।  मानव शरीर में लगभग 600 मांसपेशियां होती है और ये सभी आपस में जुड़ी हुई होती हैं। यदि आपके शरीर की एक भी मांसपेशी में कुछ कमी आती है तो वह शरीर के अन्य अंगों को भी नुक्सान पहुँचाती है जिस वजह से भी आपकी कमर में दर्द हो सकता है।

शरीर में विटामिन डी की कमी से होता है कमर दर्द

विटामिन डी हमे धूप से मिलता है।  विटामिन डी ही वो विटामिन है जो आपके आहार से कैल्शियम को सोखकर शरीर के विभिन्न भागों तक पहुँचाता है, कैल्शियम की पूर्ति करता है और आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है, इसलिए सिर्फ कैल्शियम से भरपूर आहार का सेवन करना ही काफी नही है बल्कि उस आहार से कैल्शियम को सोखकर शरीर के विभिन्न भागों तक ले जाने के लिए विटामिन डी भी बहुत जरूरी है।

विटामिन डी की कमी की वजह से भी आपको कमर दर्द का सामना करना पड़ सकता है तो यह कोशिश करें कि आपके शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिल सकें।

शरीर में कैल्शियम की कमी से होता है कमर दर्द

आपके शरीर में कैल्शियम की कमी से भी हो सकता है कमर दर्द क्योंकि कैल्शियम हड्डियों को मज़बूती देता है और अगर आपके शरीर में कैल्शियम की कमी होगी तो आप कमज़ोरी महसूस करेंगे।  आपकी हड्डियां बहुत कमज़ोर हो जाएंगी और कमर दर्द होने लगेगा।

शरीर का वजन ज्यादा होने से होता है कमर दर्द

मोटापा कई बीमारियों का कारण बन सकता है। जैसा ऊपर हमने आपको बताया कि पेट से ही सारी बीमारियां उत्पन्न होती हैं, कमर दर्द का कारण मोटापा भी हो सकता है क्योंकि जब शरीर का वजन अधिक बढ़ जाता है तो इस बढे हुए वज़न को रीढ़ की हड्डी संभाल नहीं पाती और   कमर दर्द होने की संभावना रहती है।

लम्बे समय तक हील्स पहनने से लड़कियों का कमर दर्द हो सकता है

लड़कियों को लम्बे समय तक हील्स पहनने से भी कमर दर्द हो सकता है।  दरअसल जब लड़कियां हील्स पहनती हैं तो उनके शरीर का सारा वजन उनके पैरों की उंगलियों (toes) पर पड़ता है और पैरों की उँगलियों पर ज्यादा समय तक खड़े रहने से उनकी पिंडलियों (calves) की मांसपेशियां अकड़ जाती है जिसका सीधा असर कमर की मांसपेशियों पर पड़ता है, इस कारण उन्हें कमर में दर्द हो सकता है।

जिस गद्दे पर आप आराम करते हैं यदि वो बहुत ही नरम है तो हो सकता है कमर दर्द

जिस गद्दे पर आप रोज़ आराम करते हैं यदि वह गद्दा (mattress) बहुत नरम (soft) है तो उसे बदलने का सोचें क्योंकि जब हम बहुत नरम गद्दे पर सोते हैं तो हमारी रीढ़ की हड्डी सीधी नहीं रह पाती और इस कारण हमे कमर दर्द हो सकता है।

आपने अभी तक कमर दर्द के मुख्य कारणों के बारे में जाना अब  इससे पहले कि आपको कमर दर्द से गुजरना पड़े, हम आपको बताएंगे कि कमर दर्द से बचने के लिए  आप क्या सावधानियाँ बरतें।

पीठ, कमर दर्द से बचने के कारगर उपाय और इलाज (Cure Back Pain in Hindi)

1.सही मुद्रा (posture) में बैठे
2.बहुत देर तक एक ही मुद्रा (posture) में न बैठे
3.सुबह की धूप जरूर लें
4.शरीर में कैल्शियम व विटामिन डी की कमी न होने दें
5.पौष्टिक आहार का सेवन करें
6.अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करें
7.एक अच्छा डाइट चार्ट फॉलो करें
8.तनाव से दूर रहें
9.पर्याप्त मात्रा में पानी और जूस पीएं
10.पेट में गैस न बनने दें
11.हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें
12.निरंतर व्यायाम करें
13.झटके से उठने या बैठने से बचें ताकि कमर पर ज़ोर न पड़े
14.कोई भी भरी सामान झटके से न उठाएं
15.शरीर का वजन मेन्टेन करके रखें
16.रोजाना कुछ समय के लिए पैदल चलें
17.सोने के लिए ठोस गद्दा इस्तेमाल करें
18.हील्स की जगह फ्लैट् चप्पल पहने

आइये विस्तार से समझते हैं।

सही मुद्रा (posture) में बैठें

हमारे शरीर में ऐसी कई बीमारियां हैं जो सही मुद्रा में ना बैठने के कारण होती हैं। जब भी आप कहीं भी बैठें चाहे वो ऑफिस हो या फिर घर, ध्यान रखें कि बैठते समय आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी हो, शुरू में आपको इस मुद्रा (posture) में बैठने में थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है, शायद आप कभी कभी सीधा बैठना भूल भी जाए लेकिन निरंतर प्रयास के बाद आपको सीधा बैठने की आदत पड़ जाएगी फिर आप धीरे धीरे खुद ही सीधा बैठने लगेंगे। 

बहुत देर तक एक ही मुद्रा में न बैठे

यदि आप सीधा बैठते हैं तो यह बहुत अच्छी बात है लेकिन ध्यान रखें कि बहुत देर तक एक ही मुद्रा (posture) में न बैठें क्योंकि  इससे आपकी मांसपेशियां अकड़ जाएँगी और कमर दर्द होगा।  इससे बचने के लिए आप हर आधे या एक घंटे बाद अपनी मुद्रा  (posture) बदल लें या थोड़ी देर के लिए खड़े हो जाएँ।

सुबह की धूप जरूर लें

कमर दर्द से बचने के लिए आपको सुबह की धूप जरूर लेनी चाहिए क्योंकि सुबह की धूप में प्राकृतिक रूप से मिलने वाला विटामिन डी होता है जो  किसी भी सप्लीमेंट से कई गुना बेहतर  है।

शरीर में कैल्शियम व विटामिन डी की कमी न होने दें

कमर दर्द से बचना है तो अपने शरीर में कभी भी विटामिन डी और कैल्शियम की कमी न होने दें क्यूंकि विटामिन डी आपके आहार से कैल्शियम को सोखकर (absorb)  शरीर के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाने के काम आता है।   विटामिन डी पाने के लिए आप सुबह की धूप लें और कैल्शियम पाने के लिए आप दूध पिएं, केला खाएं, केले के छिलके भी खा सकते हैं क्योंकि इसमें केले से भी ज्यादा अधिक मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है (सब्जी बना कर भी खा सकते हैं), कैल्शियम से भरपूर डाइट लें, ध्यान रखें कैल्शियम लेने का फायदा तभी है जब आपके शरीर में भरपूर मात्रा में विटामिन डी मौजूद हो।

पौष्टिक आहार का सेवन करें

इस बात का बेहद ध्यान रखें कि आप जो भी आहार खाएं वो बेहद पौष्टिक हो और विभिन्न प्रकार के विटामिन, मिनरल से भरपूर हो।

अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करें

अच्छी लाइफस्टाइल को फॉलो करें।  इसका यह मतलब है कि रात में जल्दी सो जाएं और सुबह जल्दी उठें।  रात को सोने से एक घंटे पहले ही मोबाइल, लैपटॉप और टीवी को दूर कर दें।   नाश्ता, दिन का खाना और रात का खाना समय पर खाएं, जंक फ़ूड से बचें, व्यायाम करें  और रात के खाने के बाद थोड़ी देर पैदल चलें।

एक अच्छा डाइट चार्ट फॉलो करें

कमर दर्द से बचने के लिए हैल्थी डाइट लें।  सुबह  जूस का सेवन करें, सुबह का नाश्ता न्यूट्रिशन (nutrition) से भरा हुआ लें, ध्यान रखें जो भी आहार आप लें उसमे हर प्रकार के विटामिन हों, हर दिन एक ही आहार न खाएं बल्कि बदल-बदल कर अपने आहार का सेवन करें ताकि आपके शरीर को हर प्रकार का विटामिन और मिनरल मिलता रहे, अपनी डाइट में हरी सब्जियाँ और फल भी ऐड कर लीजिये।

तनाव से दूर रहें

कमर दर्द को अलविदा कहना है तो मानसिक तनाव से बिलकुल दूर रहिये क्योंकि जब आपको मानसिक तनाव होता है तो आपके शरीर की मांसपेशियां अकड़ने लगती हैं और शरीर की मांसपेशियों का अकड़ना कमर दर्द के मुख्य कारणों में से एक है।

पर्याप्त मात्रा में पानी और जूस पिएं

पर्याप्त मात्रा में पानी पीजिये क्यूंकि पानी पीना शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है, पानी पीने से मांसपेशियों की तरावट होती है जिस से उनमें कभी अकड़न  सिकुड़न नहीं आती और कमर दर्द भी दूर रहता है, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मानसिक तनाव भी दूर हो सकता है।

पेट में गैस न बनने दें

पेट की गैस आपके शरीर में उत्पन्न होने वाली सभी बीमारियों की साथी है, पेट में गैस बिलकुल भी न होने दें क्यूंकि यही गैस यदि लम्बे समय तक आपके पेट में रही तो यह शरीर के विभिन्न अंगों में घूमने लगती है।  कई बार तो यह मांसपेशियों में भी घुस जाती है जिससे कमर दर्द होता है।

हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें

हरी सब्जियों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। इससे विटामिन डी और अन्य कई विटामिन मिलते हैं जो कमर दर्द को रोकने में उपयोगी हैं।

निरंतर व्यायाम करें

नियमित रूप से व्यायाम करें, इससे आपकी मांसपेशियां मज़बूत होंगी व रीढ़ की हड्डी भी मज़बूत होगी ।

झटके से उठने या बैठने से बचें ताकि कमर पर ज़ोर न पड़े

कभी भी झटके से न तो उठे न ही बैठे क्यूंकि इससे आपको स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम हो सकती है जो किसी को भी असीमित कमर दर्द देने में सक्षम है।

कोई भी भारी सामान झटके से न उठाएं

कभी भी कोई भी भारी सामान झटके से न उठाये क्यूंकि ऐसा करने से भी आपको स्लिप डिस्क की दिक्कत हो सकती है, मुख्य रूप से जिम जाने वाले लोग इस बात का विशेष ध्यान रखे।

शरीर का वजन मेन्टेन करके रखें

नियमित रूप से व्यायाम करके और अपनी डाइट पर कंट्रोल करके अपने वजन पर काबू रखें, उससे आपकी रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा और कमर दर्द नहीं होगा।

रोजाना कुछ समय के लिए पैदल चलें

रोजाना कुछ समय के लिए पैदल जरूर चलें।  15 से 20 मिनट ही सही पर पैदा ज़रूर चलें, इससे रीढ़ की हड्डी मज़बूत होती है। 

सोने के लिए ठोस गद्दा इस्तेमाल करें

सोने के लिए ठोस गद्दा जरूर इस्तेमाल करें क्योंकि जब आप ठोस गद्दे पर सोते या आराम करते हैं तो आपकी रीढ़ की हड्डी  के सीधा रहने की  सम्भावना ज़्यादा रहती है, इससे कमर में दर्द नहीं होता।

हील्स की जगह फ्लैट चप्पल पहनें

यदि आपको हील्स पहनने का शौक है तो आप ज़्यादातर हील्स वहीं पर पहने जहाँ पहनना ज्यादा ज़रूरी  है अन्यथा फ्लैट चप्पल का ही  प्रयोग करें क्योंकि हील्स पहनने से शरीर का सारा वजन पैरों की उंगलियों (toes) पर पड़ता है और पैरों की उँगलियों पर ज्यादा समय तक खड़े रहने से पिंडलियों  (calves) की मांसपेशियां और हैमस्ट्रिंग टाइट हो जाती है जिसका सीधा असर कमर की मांसपेशियों पर पड़ता है, इस कारण कमर में दर्द हो सकता है।

अब बात करते हैं उनकी जो पहले से ही कमर दर्द की समस्या से परेशान हैं। जिन लोगों के कमर में पहले से ही दर्द है, वे ऊपर दी हुई बातों को फॉलो करें। साथ ही आगे कुछ घरेलु इलाज या नुस्खे भी बताये गए हैं।

कमर दर्द से जूझ रहे लोगों के लिए घरेलु उपाए, नुस्खे (Back Pain Gharelu Upaye Nuskhe)

सबसे पहले कुछ  सावधानियाँ

कमर दर्द है तो आगे बिलकुल न झुकें

यदि आपकी कमर में दर्द है तो आगे बिलकुल न झुकें, कुछ ऐसी गलत एक्सरसाइज या योग बिलकुल न करें जिसमे आपको आगे झुकना पड़े, ऐसा करना आपके कमर दर्द को और बढ़ा देगा।

यदि आपकी कमर का दर्द अभी कुछ समय से ही शुरू हुआ है तो यह घरेलु नुस्खे जरूर अपनाइये

1.नारियल तेल में लहसुन मिलाकर कमर दर्द का उपचार
2.गर्म पानी की सिकाई करें
3.योग से कमर दर्द ठीक करें
4.बैठते समय कमर को सीधा रखें
5.कैल्शियम से भरपूर भोजन लें
6.गद्देदार जगह पर न बैठें
7.सरसों के तेल से कमर की मालिश
8.गरम दूध में हल्दी और शहद

आइये विस्तार से समझते हैं।

नारियल तेल में लहसुन मिलाकर कमर दर्द का उपचार

7 से 8 लहसुन की कलियों  को छील कर नारियल के तेल में पकाएं और फिर तेल को ठंडा कर लें, जब तेल ठंडा हो जाए तो आप उस तेल की मालिश हल्के हाथ से कमर में जहाँ भी दर्द हो रहा है वहाँ करें, आप कुछ आराम जरूर महसूस करेंगे।

गर्म पानी की सिकाई करें

एक बाल्टी में गरम पानी भर लें और उसमे थोड़ा नमक डाल लें, नमक को अच्छे से पानी में घोल लें और फिर पानी में तौलिया भिगोकर उसे अच्छी तरह निचोड़ लें, अब अपनी कमर को उस तौलिये से ढक लीजिये, ध्यान रहे कि तौलिया ज्यादा गरम ना हो उससे आपकी स्किन जलने का खतरा रहता है।

योग से कमर दर्द ठीक करें

योग के द्वारा भी कमर दर्द को ठीक किया जा सकता है, आप सुबह उठकर फ्रेश हो जाएँ और खाली पेट भुजंग आसन करें, ध्यान रहे कमर में दर्द है तो  योग करते वक़्त कभी आगे न झुकें, उससे आपकी कमर का दर्द और बढ़ने की सम्भावना है, सिर्फ भुजंग आसान ही करे।

बैठते समय कमर को सीधा रखें

यदि आप कहीं भी बैठ रहे हैं तो ध्यान रखें अपनी रीढ़ की हड्डी को बिलकुल सीधा रखे, शुरू में आपको ऐसा करने में थोड़ी कठिनाई जरूर महसूस होगी परन्तु बाद में आपको आदत भी पढ़ जाएगी और आराम भी मिलेगा।

गद्देदार जगह पर न बैठें

बैठते वक्त आप इस बात का भी ध्यान रखें कि किसी भी गद्देदार या सॉफ्ट स्थान पर ना बैठ, इससे आपकी कमर का दर्द और बढ़ने की सम्भावना है।

कैल्शियम से भरपूर भोजन लें

कमर दर्द ठीक करना है तो आप कैल्शियम से भरपूर भोजन लीजिये, इससे आपकी हड्डियाँ मजबूत बनेंगी और दर्द कम होगा।

सरसों के तेल से कमर की मालिश

नहाने के कम से कम 1 घंटा पहले सरसों के तेल को हल्का सा गरम कर अपनी कमर की बहुत हल्के हाथ से मालिश करें और फिर 1 घंटे बाद हल्के गरम पानी से नहा लें, कमर दर्द में आराम मिलेगा।

गरम दूध में हल्दी और शहद

एक गिलास गरम दूध में एक चमच्च शहद और एक चमच्च हल्दी डाल कर पियें, कमर दर्द, बदन दर्द, सर्दी जुखाम की शिकायत दूर होगी।

पीरियड्स के कारण कमर में दर्द

यदि आप महिला हैं और पीरियड्स के कारण आपको कमर में दर्द हो रहा है तो अदरक वाली चाय पीजिये आराम जरूर आएगा।

लम्बे समय से हो रहे कमर दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

यदि आपको लम्बे समय से कमर में दर्द हो रहा है तो आप आयुर्वेद में इसका इलाज पा सकते हैं।

गोंद सियाह या काले गोंद का सेवन करें

काले गोंद के नाम से भी जाने जाना वाला गोंद सियाह एक प्राकर्तिक गोंद है जिसके बारे में सुनकर आपक आश्चर्य चकित रह जाएंगे, यह गोंद इसके चमत्कारी गुणों के कारण बहुत ही महंगा आता है और हर जगह आसानी से प्राप्त नहीं होता, गोंद सियाह एक ऐसा गोंद है जिसे चुटकी भर भी अगर सही तरीके से ले लिया जाए तो आपका हर दर्द चाहे कितना भी पुराना हो, उसे दूर करने का सामर्थ्य रखता है, यह स्वाद में बड़ा ही कड़वा होता है।

गोंद सियाह का सम्पूर्ण ज्ञान पाने के लिए यहाँ क्लिक करें।

कमर दर्द के लिए दशमूल काढ़ा

यदि आपको लगता है कि आपकी कमर दर्द का मूल कारण कब्ज है तो हफ्ते में सिर्फ 2 बार सुबह शाम दशमूल काढ़ा पीजिये, अरंडी के तेल का थोड़ी मात्रा में सेवन करें, रात में गेहूं के दानों को पानी में भिगोकर सुबह इन्हें खसखस और धनिये के दानों के साथ दूध में मिला कर लें।  ऐसा  हफ्ते में केवल 2 बार करें, आपको शरीर में स्फूर्ति भी महसूस होगी।

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FAQ’s

Q. कमर दर्द के मुख्य कारण क्या हैं ?

Ans: आपके आहार में पोषण की कमी, सुबह की धूप न लेना भी है एक मुख्य वजह, ख़राब लाइफस्टाइल फॉलो करना, बहुत देर तक एक ही कारण में बैठना, किसी एक काम को बहुत देर तक करना, तनाव के कारण कमर दर्द, आधुनिक टेक्नोलॉजी भी है कमर दर्द का कारण, डिस्क का बैलेंस बिगड़ने से होता है कमर दर्द, पेट में निरंतर गैस बनना, मांसपेशियों का तालमेल सही ना बैठना, शरीर में कैल्शियम की कमी से होता है कमर दर्द, शरीर में विटामिन डी की कमी से होता है कमर दर्द, शरीर का वजन ज्यादा होने से होता है कमर दर्द, लड़कियों में अधिक समय तक हील्स पहनने के कारण होता है कमर दर्द, जिस गद्दे पर आप आराम करते हैं यदि वह बहुत नरम है तो भी आपको कमर दर्द की शिकायत हो सकती है।

Q. कमर दर्द का इलाज उपचार क्या हैं ?

Ans: सही मुद्रा (posture) में बैठे, बहुत देर तक एक ही मुद्रा में न बैठे, सुबह की धूप जरूर लें, शरीर में कैल्शियम व विटामिन डी की कमी न होने दें, पौष्टिक आहार का सेवन करें, अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करें, एक अच्छा डाइट चार्ट फॉलो करें, तनाव से दूर रहें, पर्याप्त मात्रा में पानी और जूस पीएं, पेट में गैस न बनने दें, हरी सब्जियों और फलों का सेवन करें, निरंतर व्यायाम करें, झटके से उठने या बैठने से बचें ताकि कमर पर ज़ोर न पड़े, कोई भी भरी सामान झटके से न उठाएं, शरीर का वजन मेन्टेन करके रखें, रोजाना कुछ समय के लिए पैदल चलें, सोने के लिए ठोस गद्दा इस्तेमाल करें, हील्स की जगह फ्लैट् चप्पल पहने।

Q. पुराने कमर दर्द का इलाज क्या है ?

Ans: पुराने कमर दर्द के इलाज के लिए आप गोंद सियाह का सेवन करें।

Q. कमर दर्द का आयुर्वेदिक उपचार, उपाय,नुस्खा ?

Ans: यदि आप अपने कमर दर्द से बहुत परेशान हो चुके हैं तो आप गोंद सियाह का जरूर सेवन करें, यह एक प्राकृतिक गोंद है, रंग काला होता है, स्वाद में बहुत कड़वा होता है और हर जगह उपलब्ध नहीं होता बड़ी ही मुश्किल से असली मिलता है।

Q. कमर दर्द के लिए क्या एक्सरसाइज करनी चाहिए ?

Ans: सबसे पहले तो यह ध्यान रखें यदि आपको कमर दर्द है तो आपको कभी भी आगे नहीं झुकना चाहिए और योग में आप भुजंग आसान कर सकते हैं , यह आसान कमर दर्द के लिए बेहद ही लाभदायक है।

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