बचपन की वो गुल्लक | Bachpan Ki Wo Gullak
याद है कैसे बचपन में तुम अपनी माँ का हाथ पकड़कर गुल्लक की दुकान पर जाते थे, वो छोटे-बड़े, लाल, पीले और गुलाबी गुल्लक तुम्हे कितने भाते थे। जब भी गुल्लक बेचने वाला आवाज़ लगाता तो तुम दौड़कर बाहर जाते थे, दादाजी की ऊँगली पकड़ तुम गुल्लक खरीदकर ही आते थे। बहुत देर तक उस … Read more